सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद अयोध्या की गंगा-जमुनी पहचान को मिली नई ऊंचाई, जानिए डीएम से वर्तमान स्थिति के बारे में
अयोध्या डीएम ने लगातार खबरों के प्रकाशन के लिए जागरण को दिया धन्यवाद।कहा-चुनौती भरा काम करने में मन लगता है।
मधुबनी, जेएनएन। अयोध्या के डीएम और स्थानीय प्रखंड क्षेत्र के मझौरा गांव निवासी अनुज कुमार झा ने कहा कि चुनौती तो थी, लेकिन अयोध्या की गंगा जमुनी तहजीब पर भरोसा था। यही कारण रहा कि अयोध्या में शांति बनाए रखने में सफलता मिली। बतौर अयोध्या डीएम सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का अक्षरश : पालन कर रहा हूं। चुनौती स्वीकार करने और चुनौती भरा काम करने में मन लगता है।
वे रविवार को अपने पैतृक आवास पर दैनिक जागरण से खास बातचीत कर रहे थे। कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय से पूर्व और बाद में अयोध्या पर विश्व की नजर थी। शांति कायम रखना चुनौती थी। लेकिन, वहां का सामाजिक सद्भाव सच मानिए तो गंगा- जमुनी तहजीब का सबसे बड़ा उदाहरण है। हम सौभाग्यशाली हैं कि डीएम होने के नाते ट्रस्टी बनने का मौका मिला।
अयोध्या को वैश्विक पटल पर तीर्थस्थली के रूप में विकसित किया जाना है। बेहतर एयरपोर्ट के लिए 50 हेक्टेयर जमीन आवंटित हुई है। दो -तीन माह में अतिरिक्त 50 हेक्टेयर जमीन आवंटन की दिशा में काम चल रहा है। नेशनल हाईवे से अयोध्या तक चार किमी एलिब्रेटेड रोड बनाया जाएगा।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मस्जिद के लिए अयोध्या-लखनऊ रोड पर अयोध्या से 25 किमी दूर रौआही थाने के नजदीक पांच एकड़ जमीन सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड को सिपुर्द कर दी गई है। यह भूमि हाईवे से सटी और चौकोर है। लगातार उनकी खबरों को प्रमुखता देने के लिए जागरण टीम को धन्यवाद दिया। वे अपने गांव में बिना किसी सुरक्षा के भाइयों के साथ घूमते दिखे।