Women's Football league के लिए पश्चिम चंपारण की आशु और नीतू चयनित, सूबे का बढाया मान

किकस्टार्ट फुटबॉल क्लब द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में भाग लेने बेंगलुरु पहुंची खिलाड़ी। चयनित महिला खिलाडिय़ों ने सूबे का बढ़ाया मान।

By Murari KumarEdited By: Publish:Fri, 24 Jan 2020 12:36 PM (IST) Updated:Fri, 24 Jan 2020 12:36 PM (IST)
Women's Football league के लिए पश्चिम चंपारण की आशु और नीतू चयनित, सूबे का बढाया मान
Women's Football league के लिए पश्चिम चंपारण की आशु और नीतू चयनित, सूबे का बढाया मान

पश्चिम चंपारण, जेएनएन। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ देश में महिला फुटबॉल को बढ़ावा देने के लिए इंडियन वीमेंस लीग के प्रति खास ध्यान दे रहा है। आईडब्ल्यूएल 2019 -20 के फाइनल चरण का आयोजन बेंगलुरु में होने वाला है। किकस्टार्ट फुटबॉल क्लब कर्नाटक द्वारा आयोजित विमेंस लीग के लिए नरकटियागंज के दो फुटबॉलरों का चयन किया गया है। चयनित नीतू और आशु टीपी वर्मा महाविद्यालय के स्नातक द्वितीय वर्ष की छात्रा हैं। दोनों खिलाड़ी हवाई मार्ग से बेंगलुरु पहुंच गई है।

 बता दें कि नीतू और आशु इसके पहले असम के डिब्रूगढ़ और उड़ीसा के कटक में दो बार राष्ट्रीय महिला फुटबॉल में प्रतिनिधित्व कर चुकी है। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से कई अंतर विश्वविद्यालय प्रतियोगिता में भी ये खेल चुकी हैं। टाउन क्लब के सचिव सुनील वर्मा ने बताया कि विमेंस लीग में देश के बारह क्लबों को शामिल किया गया है। उसमें शामिल खिलाड़ी अपनी उत्कृष्ट प्रदर्शन के बदौलत भारतीय टीम में जगह बनाने की कोशिश करेगें।

 बिहार के इतिहास में पहली बार नरकटियागंज से नीतू कुमारी और आशु कुमारी दो खिलाडिय़ों का चयन बेंगलुरु के प्रतियोगिता के लिए हुआ है।   दोनों खिलाडिय़ों का अनुबंध किकस्टार्ट, कर्नाटक, बेंगलुरु के लिए किया गया है।टाउन क्लब के सचिव सचिव टीपी वर्मा महाविद्यालय के खेलकूद निदेशक सुनील वर्मा ने बताया कि यह खिलाडिय़ों के अथक मेहनत का फल है। ग्रामीण क्षेत्रों में इस तरह के खिलाडिय़ों के चयन से इनका हौसला बढ़ेगा और अन्य खिलाड़ी इनसे प्रेरणा लेंगे।

 इस ऐतिहासिक अवसर के लिए बधाई देने वालों में जिला फुटबॉल संघ के सचिव डॉ आई हक, टाउन क्लब के अध्यक्ष वर्मा प्रसाद, संरक्षक भोट चतुर्वेदी, गुलरेज अख्तर, अवधेश तिवारी, रामाशंकर प्रसाद, अवधकिशोर सिन्हा, पिटू वर्मा, अतुल कुमार आदि शामिल हैं।

राष्ट्रीय स्तर पर कमाल कर रही नरकटियागंज की फुटबॉलर लकी

जब कुछ कर गुजरने के लिए दिलों में अरमान हो और उसके लिए अनुकूल माहौल मिले तो परिवारिक विषम परिस्थितियां भी कामयाबी की सीढिय़ां बनाने से रोक नहीं सकती। कुछ ऐसी ही कामयाबी नरकटियागंज प्रकाश नगर निवासी कपूरचंद प्रसाद और मुनचुन देवी की सबसे छोटी बेटी लकी कुमारी को मिल रही है। उच्च विद्यालय में नवीं वर्ग की छात्रा लकी कुमारी फुटबॉल के क्षेत्र में लगातार कामयाबी हासिल कर रही है। करीब आठ वर्ष की उम्र से उसने फुटबॉल खेलना शुरू किया।

उच्च विद्यालय खेल के मैदान पर बेटियों के अभ्यास को देखकर उसके मन में फुटबॉल के प्रति उत्सुकता जगी। मैदान में पहुंचने और उसी उम्र में फुटबॉल खेलना शुरू किया। इस दौरान टाउन क्लब के सचिव सुनील वर्मा की नजर उस पर पड़ी और उसके अंदर छिपी प्रतिभा को उन्होंने तराशने का बीड़ा उठाया। आज लकी राष्ट्रीय स्तर के महिला फुटबॉल प्रतियोगिताओं में परचम लहरा रही है।

 अंडर 14 इस खिलाड़ी ने पिछले दो वर्षो में महाराष्ट्र के नागपुर और उड़ीसा के कटक में आयोजित स्कूल स्तरीय राष्ट्रीय फुटबॉल प्रतियोगिता में अपनी भागीदारी निभाई। अभी हाल ही में वह हरियाणा के अंबाला में आयोजित राष्ट्रीय प्रतियोगिता का प्रतिनिधित्व कर लौटी है। इतना ही नहीं भारतीय प्रशिक्षण में भी लकी का चयन हुआ है। उसने अंतर जिला और राज्यस्तरीय प्रतियोगिताओं में कई सम्मान प्राप्त किया।

 बता दें कि लकी एक ऐसे परिवार से आती है, जिसके माता-पिता सड़क के किनारे भुजा पकौड़ी की दुकान चलाकर परिवार के लिए दो जून की रोटी की व्यवस्था करते हैं। भाई-बहनों में लकी सबसे छोटी बहन है। घर की माली हालत ठीक नहीं। फिर भी माता पिता ने बेटी के अरमान को पंख लगाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। खिलाड़ी लकी कुमारी का कहना है कि फुटबॉल में अब तक जिस स्थान पर पहुंची हूं उसके पीछे टाउन क्लब के सचिव सुनील वर्मा का मार्गदर्शन और अपेक्षित सहयोग के कारण संभव हो पा रहा है। खुद सचिव सह प्रशिक्षक सुनील वर्मा ने बताया कि बेहद गरीब परिवार से आने वाली लकी के अंदर प्रतिभा है। उसका संघर्ष नरकटियागंज ही नहीं जिले और सूबे का नाम काफी आगे तक ले जाएगा।

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