पहली अ‌र्घ्य आज, घाट सज धज कर तैयार

मुंगेर। छठ सूर्योपासना के लिए प्रसिद्ध पर्व है। मंगलवार को घाट पर लोग अस्ताचल सूर्य को अ‌र्घ्य अर्पित

By JagranEdited By: Publish:Mon, 12 Nov 2018 08:51 PM (IST) Updated:Mon, 12 Nov 2018 08:51 PM (IST)
पहली  अ‌र्घ्य आज, घाट सज धज कर तैयार
पहली अ‌र्घ्य आज, घाट सज धज कर तैयार

मुंगेर। छठ सूर्योपासना के लिए प्रसिद्ध पर्व है। मंगलवार को घाट पर लोग अस्ताचल सूर्य को अ‌र्घ्य अर्पित करेंगे। जबकि, बुधवार को उदयीमान सूर्य को अ‌र्घ्य अर्पित किया जाएगा। पारिवारिक सुख-स्मृद्धि तथा मनोवांछित फल प्राप्ति के लिए यह पर्व मनाया जाता है। इस पर्व को स्त्री और पुरुष समान रूप से मनाते हैं। छठ व्रत के संबंध में एक कथा के अनुसार जब पांडव अपना सारा राजपाट जुए में हार गए, तब द्रौपदी ने छठ व्रत रखा। इस व्रत से द्रौपदी की मनोकामनाएं पूरी हुईं और पांडवों को राजपाट वापस मिला। लोकपरंपरा के अनुसार सूर्य देव और छठी मइया का संबंध भाई-बहन का है। छठ पर्व को ले लोगों ने घरों, प्रतिष्ठानों के साथ ही नदी व तालाबों के घाटों की सफाई शुरू कर दी है। इसी क्रम में सोमवार को प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न पंचायत प्रतिनिधियों, राजनीतिक दल के कार्यकर्ताओं एवं युवाओं की टोली ने ग्रामीणों की मदद से स्थानीय नदी व पोखर की साफ-सफाई व छठ व्रतियों की सुविधा के लिए घाट पर सिढ़ीनुमा समतल बनाने के लिए काम शुरू कर दिया है। छठ घाट की सफाई में लगे श्रद्धालुओं ने बताया कि छठव्रती को परेशानी न हो। इसे ध्यान में रखते हुए घाट की साफ-सफाई किया जा रहा है।

टेटिया बम्बर : लोक आस्था के चार दिवसीय छठ पर्व के दूसरे दिन सोमवार को व्रतियों ने गुड़ की रसिया मिट्टी के चुल्हे पर बना कर पूजा अर्चना कर भोग लगाया। परिजनों के बीच के बीच प्रासाद का वितरण किया। इधर बाजार में सेव ,केला ,¨सधाड़ा , पनियाला , गन्ना आदि पूजन सामग्री की खरीदारी को लेकर बाजार में भीड़ देखी गई। मंगलवार को अस्ताचल सूर्य को अ‌र्ध्य देकर अनुष्ठान का तीसरा दिन पूरा किया जाएगा।

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