जरा याद करो कुर्बानी : उपेक्षित है खजौली का शहीद स्थल

मधुबनी। देश को स्वतंत्रता दिलाने में किशोरों व युवाओं ने अप्रतीम योगदान दिया था। जिसका उदाहरण खजौली के बेहटा स्थित शहीद स्मारक है। यहां छह किशोर व युवाओं ने अंग्रेजों की गोली को सीना पर झेल कर तिरंगा को नीेचे नहीं होने दिया और स्वतंत्रता की बलि वेदी पर शहीद हो गए।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 08 Aug 2019 11:47 PM (IST) Updated:Fri, 09 Aug 2019 06:30 AM (IST)
जरा याद करो कुर्बानी : उपेक्षित है खजौली का शहीद स्थल
जरा याद करो कुर्बानी : उपेक्षित है खजौली का शहीद स्थल

मधुबनी। देश को स्वतंत्रता दिलाने में किशोरों व युवाओं ने अप्रतीम योगदान दिया था। जिसका उदाहरण खजौली के बेहटा स्थित शहीद स्मारक है। यहां छह किशोर व युवाओं ने अंग्रेजों की गोली को सीना पर झेल कर तिरंगा को नीेचे नहीं होने दिया और स्वतंत्रता की बलि वेदी पर शहीद हो गए। यह दिन 8 अगस्त 1942 था। महात्मा गांधी के अंग्रेजों भारत छोड़ो के आह्वान ने क्षेत्र के युवाओं में जोश भर दिया। कहा जाता है कि इस दिन छह युवाओं की टोली जिसमें महाराजपुर के गणेश ठाकुर (14), मंगती के जयनंदन सिंह (28), हरपुर के नारायण मिश्र (25), नरार के नेवी यादव (35), ठाहर के भगवंत पासवान (20), हरिपुर के शिव झा(13), ने तिरंगे के साथ अंगेजों भारत छोड़ो का नारा लगाते हुए अंग्रजों के गोली का शिकार हो शहीद हो गए। जिसमें शहीद जयनंदन सिंह व नेवी यादव उसी स्मारक के के निकट गोली के शिकार हो शहीद का दर्जा प्राप्त किया। शहीद जयनंदन सिंह की उस समय हाल ही में शादी हुई थी। उन्हें कोई संतान नहीं है। दु:खद बात यह है कि यह स्मारक वर्षों से उपेक्षित हो एक कोने पर उद्धारक की बाट जोह रहा है। क्रांति दिवस व अन्य दिवसों पर वहां माल्यार्पण करने जरूर दलीय व अन्य लोग जाते हैं लेकिन स्मारक के विकास पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

---------------------------

आजादी के सही मायनों को समझना होगा

फोटो 8 एमडीबी 32

स्वतंत्रता सेनानी चंद्रकांत झा कहते है कि आजादी की लड़ाई की याद आते ही फिर से देशभक्ति का जज्बा जागृत हो उठता है। बड़ी कुर्बानी के बाद मिली आजादी के सही मायनों को समझना होगा। आजाद भारत की विकास की गति धीमी रहने से इसका समुचित लाभ देशवासियों को नही मिल सका। देश को संवारने का दायित्व देश के राजनेताओं के साथ-साथ युवाओं की भी होती है। युवाओं को भ्रष्टाचार मुक्त देश के निर्माण के लिए गंभीरता से आगे आना होगा। हरेक लोगों को देश हित में एकजुटता के साथ कार्य करना होगा। युवाओं को देश सेवा के लिए आगे आना होगा। हरेक क्षेत्रों में युवाओं की भागीदारी से समाज का विकास होगा।

chat bot
आपका साथी