गंगा-जमुनी तहजीब अयोध्या की पहचान : अनुज

चुनौती तो थी लेकिन अयोध्या के गंगा यमुनी तहजीब पर भरोसा था।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 Feb 2020 10:13 PM (IST) Updated:Sun, 09 Feb 2020 10:13 PM (IST)
गंगा-जमुनी तहजीब अयोध्या की पहचान : अनुज
गंगा-जमुनी तहजीब अयोध्या की पहचान : अनुज

झंझारपुर। चुनौती तो थी लेकिन अयोध्या के गंगा यमुनी तहजीब पर भरोसा था। यही कारण है कि अयोध्या में शांति व्यवस्था बनाए रखने में सफलता मिली। सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का अक्षरश: डीएम की हैसियत से पालन कर रहा हूं। चुनौती स्वीकार करने में और चुनौती भरा काम करने में मन भी लगता है। मुस्कुराते हुए उत्तरप्रदेश राज्य के अयोध्या के जिलाधिकारी सह झंझारपुर के मझौरा गांव निवासी अनुज कुमार झा ने जागरण से विशेष भेंट में उक्त बातें कहीं। कहा कि सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आने से पूर्व और आने के बाद अयोध्या पर भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व समुदाय की नजर थी। शांति व्यवस्था बनाए रखना बड़ी चुनौती थी। लेकिन, अयोध्या में हिदू और मुस्लिम की एकता सच मानिए गंगा यमुनी तहजीब का सबसे बड़ा उदाहरण है। उन्होने कहा कि वे सौभाग्यशाली हैं कि जिलाधिकारी के नाते उन्हें ट्रस्टी बनने का मौका मिला है। उन्होंने कहा कि अयोध्या को वैश्विक पटल पर तीर्थस्थली के रूप में विकसित किया जाना है। एयरपोर्ट बढि़या हो इस हेतु 50 हेक्टेयर जमीन अभी आवंटित हुई है और दो तीन माह में अतिरिक्त 50 हेक्टेयर जमीन आवंटित की दिशा में काम चल रहा है। नेशनल हाईवे से अयोध्या तक करीब चार किलोमीटर एलिब्रेटेड रोड बनाया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मस्जिद के लिए अयोध्या-लखनऊ रोड पर अयोध्या से 25 कि.मी. दूर रौआही थाना के नजदीक पांच एकड़ जमीन सुन्नी सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड को सिपुर्द कर दी गई है। यह भूमि हाईवे से सटे है और चौकोर है। यहां मुस्लिम आवादी भी है। डीएम श्री झा ने अपनी नानी के श्राद्धकर्म में भाग लेने अपने गांव आए हैं। उनका ननिहाल रूद्रपुर में है। अयोध्या के डीएम ने लगातार उनकी खबर को प्रमुखता देने के लिए जागरण टीम को धन्यवाद दिया। वे अपने गांव में बिना किसी सुरक्षा के अपने भाईयों के साथ घूमते भी नजर आए। उनके साथ उनके भाई सूरज कुमार झा, धीरज कुमार झा, पंकज कुमार झा मौजूद थे।

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