9.5 लाख धोखाधड़ी का आरोपित पिता मुजफ्फरपुर से गिरफ्तार, पुत्र फरार

मधुबनी। नगर थाना पुलिस ने धोखाधड़ी से जुड़े नगर थाना कांड संख्या-15/19 के नामजद अभियुक्त महेश गुप्ता को मुजफ्फरपुर से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। वह शंकर पथ मीठापुर मुजफ्फरपुर का रहने वाला है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Jul 2019 11:08 PM (IST) Updated:Thu, 25 Jul 2019 11:08 PM (IST)
9.5 लाख धोखाधड़ी का आरोपित पिता मुजफ्फरपुर से गिरफ्तार, पुत्र फरार
9.5 लाख धोखाधड़ी का आरोपित पिता मुजफ्फरपुर से गिरफ्तार, पुत्र फरार

मधुबनी। नगर थाना पुलिस ने धोखाधड़ी से जुड़े नगर थाना कांड संख्या-15/19 के नामजद अभियुक्त महेश गुप्ता को मुजफ्फरपुर से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। वह शंकर पथ मीठापुर, मुजफ्फरपुर का रहने वाला है। उक्त कांड में महेश गुप्ता के पुत्र आशीष राज उर्फ मन्नू एवं पे टू गेट सर्विसेज एंड टेक्नालॉजी, इलाहाबाद के डायरेक्टर राहुल श्रीवास्तव भी नामजद है। लेकिन यह दोनों अब भी फरार है। उक्त कांड के पर्यवेक्षण के उपरांत सदर एसडीपीओ एवं एसपी ने कांड को सत्य पाते हुए गिरफ्तारी का आदेश दिया था। उक्त तीनों के विरुद्ध मधुबनी नगर थाना क्षेत्र के मच्छहट्टा निवासी आनंद कुमार ने धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए न्यायालय में परिवाद दायर किया था। बाद में न्यायालय के आदेश पर नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। मधुबनी नगर थाना क्षेत्र के मच्छहट्टा निवासी आनंद कुमार ने प्राथमिकी में महेश गुप्ता, आशीष राज उर्फ मन्नू एवं राहुल श्रीवास्तव के विरूद्ध आरोप लगाया गया था कि तीनों षडयंत्र रचकर पे टू गेट सर्विसेज के वितरक का काम देने का प्रस्ताव दिया था। लेकिन उक्त सर्विसेज के सही नियमों का जानकारी दिए बिना वितरक बनने का लालच देकर 4.50 लाख रुपये की मांग किया। आनंद कुमार का कहना है कि उनके बातों पर विश्वास कर तीन लाख का चेक पे टू गेट सर्विसेज के खाता के नाम से दिया तथा डेढ़ लाख का चेक आरोपी के नाम से दिया। इसके बाद वितरक शीघ्र बनवा देने के नाम पर लगभग पांच लाख षडयंत्र कर ले लिया। फिर भी वितरक नहीं बनाया। बाद में 50-50 हजार रुपये का चार चेक आरोपित ने राशि वापस करने के नाम पर दिया, लेकिन उसके खाता में पर्याप्त राशि नहीं रहने के कारण चेक बाउंस कर गया। इसकी जानकारी व वकालतन नोटिस देने के बाद राशि वापस नहीं किया। इतना ही नहीं उनके दुकान आनंद स्वर्णालय पर आकर गाली-गलौज करते हुए मारपीट करने लगा और धमकी भी दिया। सादा स्टांप पर हस्ताक्षर करा लिया। दुकान से 20 हजार नकद समेत तीन लाख का जेवरात भी ले लिया।

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