खोइंछा भरकर मांगी मन्नतें, महागौरी की हुई पूजा

लखसराय। शक्ति की देवी मां दुर्गा की पूजा-आराधना में सभी तल्लीन हैं। रविवार को अष्टमी एवं नवमी

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Mar 2018 07:57 PM (IST) Updated:Sun, 25 Mar 2018 07:57 PM (IST)
खोइंछा भरकर मांगी मन्नतें, महागौरी की हुई पूजा
खोइंछा भरकर मांगी मन्नतें, महागौरी की हुई पूजा

लखसराय। शक्ति की देवी मां दुर्गा की पूजा-आराधना में सभी तल्लीन हैं। रविवार को अष्टमी एवं नवमी पूजा एक साथ हुई। दुर्गा मंदिरों में महागौरी, माता सिद्धिदात्री की पूजा विधि विधान से की गई। इसके बाद संधि पूजन के बाद हवन किया गया। तत्पश्चात कुंवारी कन्याओं की पूजा की गई। मुख्यालय स्थित नया बाजार में श्री नवयुवक चैती दुर्गा पूजा समिति की देखरेख में बड़ी देवी मंदिर में आचार्य देवशरण पांडेय एवं मोहन पांडेय द्वारा भगवती का अनुष्ठान कराया गया। बड़ी देवी मंदिर के अलावा बाजार समिति के पास मुरली पहाड़ी पर स्थापित मां वनखंडी दुर्गा मंदिर, लाली पहाड़ी स्थित छोटी दुर्गा मंदिर, गोशाला गली स्थित मां दुर्गेश्वरी चैती दुर्गा मंदिर में सुबह से ही महिला श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। महिलाओं ने भगवती की खोइंछा भरकर मन्नतें मांगी। सोमवार को विजयादशमी मनाई जाएगी। देर रात मंदिरों से प्रतिमा विसर्जन जुलूस निकाला जाएगा। मंगलवार को दिनभर नगर भ्रमण के बाद प्रतिमा का विसर्जन होगा। शहर के नया बाजार क्षेत्र में चार मंदिरों में दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की गई है। पूजा समिति द्वारा मेला का आयोजन किया गया है। जहां शाम होते ही श्रद्धालु की भीड़ दुर्गा मंदिरों के पास जमा हो जाती है। पूजा समिति के सदस्यों के अलावा स्थानीय पुलिस भी मेला के दौरान मुस्तैदी बरत रही है। मंदिर समिति द्वारा जगह जगह पंडाल बनाया गया है। था बिजली चालित तोरण द्वार एवं दूधिया रोशनी से मुख्य मार्ग सजा हुआ है। उधर पुरानी बाजार छोटी दुर्गा मंदिर को फूलों से सजाया गया। श्रद्धालुओं ने मां दुर्गा की स्थायी प्रतिमा की पूजा-अर्चना की। आठ दिनों से मंदिर में चल रहे दुर्गा सप्तशती पाठ भी नवमी पूजा एवं हवन के साथ पूरा हो गया। जिला प्रशासन द्वारा भी 27 मार्च की शाम तक सभी प्रतिमा का विसर्जन कर देने का निर्देश सभी पूजा समिति को दिया है।

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