आंगनबाड़ी कर्मियों ने मनाया जीत का जश्न, एक-दूसरे को लगाए गुलाल

लखीसराय। आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं को 25 फीसद बढ़े मानदेय के साथ यथाशीघ्र भुगतान कर

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 Jan 2019 07:21 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jan 2019 07:21 PM (IST)
आंगनबाड़ी कर्मियों ने मनाया जीत का जश्न, एक-दूसरे को लगाए गुलाल
आंगनबाड़ी कर्मियों ने मनाया जीत का जश्न, एक-दूसरे को लगाए गुलाल

लखीसराय। आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं को 25 फीसद बढ़े मानदेय के साथ यथाशीघ्र भुगतान करने, राज्य भत्ता की राशि को 25 फीसद से बढ़ाकर 50 फीसद करने को लेकर अग्रेतर कार्रवाई करने का लिखित आश्वासन आइसीडीएस के निदेशक ने दिया है। इस मौके पर विभागीय मंत्री भी मौजूद थे। इसको लेकर जिले की आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं में हर्ष व्याप्त है। आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं ने विगत 25 दिसंबर 18 से जारी अनिश्चितकालीन हड़ताल बुधवार को समाप्त कर दिया। स्थानीय केआरके हाई स्कूल मैदान में सभी एकत्रित होकर एक-दूसरे को गुलाल लगाकर खुशियां बांटी। इसके बाद शहर की मुख्य सड़क पर विजय जुलूस निकालकर आइसीडीएस डीपीओ कार्यालय पहुंचकर सेविका-सहायिका ने अपना-अपना योगदान दिया। विजय जुलूस का नेतृत्व बिहार राज्य संयुक्त संघर्ष समिति के उप संयोजक सह आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन के राज्य संरक्षक प्रमोद शर्मा कर रहे थे। इस अवसर पर आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं को संबोधित करते हुए यूनियन के संरक्षक श्री शर्मा ने कहा कि संघर्ष के परिणामस्वरूप आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं को पहली जीत मिली है। पूरा हक मिलना अभी बाकी है। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी सेविका को 18 हजार रुपये एवं सहायिका को 12 हजार रुपये मासिक मानदेय तथा सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने के लिए संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने 41 दिन से जारी आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं की अनिश्चितकालीन हड़ताल को समाप्त कराने की पहल करने के लिए समाज कल्याण मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा एवं जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन ¨सह उर्फ ललन ¨सह के प्रति आभार व्यक्त किया है। विजय जुलूस में शामिल आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं ने आंदोलन को सफल बनाने में अहम भूभिका निभाने को लेकर यूनियन के संरक्षक प्रमोद शर्मा के अलावा अर्चना कुमारी, नूतन कुमारी एवं सरिता कुमारी को फूल माला पहनाकर सम्मानित किया। विजय जुलूस में बबीता आनंद, रूनी कुमारी, मीना कुमारी, उर्मिला कुमारी, रेखा कुमारी, अरूणा कुमारी, रंजीता कुमारी आदि सैकड़ों आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका मौजूद थी।

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