स्कूलों की भूमि पर दबंगों का कब्जा, सोया है विभाग

लखीसराय। सरकारी उदासीनता के कारण लखीसराय जिले में सरकारी स्कूलों की भूमि व मकान पर

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 Sep 2018 07:01 PM (IST) Updated:Tue, 11 Sep 2018 07:01 PM (IST)
स्कूलों की भूमि पर दबंगों का कब्जा, सोया है विभाग
स्कूलों की भूमि पर दबंगों का कब्जा, सोया है विभाग

लखीसराय। सरकारी उदासीनता के कारण लखीसराय जिले में सरकारी स्कूलों की भूमि व मकान पर दबंगों ने कब्जा कर रखा है। इस कारण विद्यालय का भवन निर्माण, पठन-पाठन कार्य एवं आवागमन की गंभीर समस्या बनी हुई है। खुद को बेबस और लाचार मानकर शिक्षा विभाग भी सोया हुआ है। स्कूलों को अतिक्रमण मुक्त करने की बात सिर्फ फाइलों में की जाती है। इस मामले में कभी कोई कार्रवाई नहीं होती है। विद्यालय के शिक्षक पदाधिकारियों को आवेदन देकर थक जाते हैं लेकिन विद्यालय की भूमि अतिक्रमण मुक्त नहीं होती है। जागरण की टीम ने कई अतिक्रमित सरकारी स्कूलों की पड़ताल की तो पूरी बदहाल व्यवस्था के आगे शिक्षा विभाग भी कटघरे में आ गया है। मुख्यालय में पीबी हाई स्कूल लखीसराय, केआरके हाई स्कूल लखीसराय, मध्य विद्यालय नया बाजार के अलावा उत्क्रमित मध्य विद्यालय किशनपुर, उत्क्रमित मध्य विद्यालय गो¨वदबीघा, टाल क्षेत्र में प्राथमिक विद्यालय निजाय, महावीर प्रसाद ¨सह उच्च विद्यालय रामचंद्रपुर का खेल मैदान, प्रावि रामचंद्रपुर आलावाली का मैदान एवं मवि रामचंद्रपुर का मैदान व जमीन सहित अन्य विद्यालयों की भूमि पर वर्षों से स्थानीय दबंगों ने कब्जा कर रखा है। निजाय में सात वर्षों से विद्यालय की भूमि को स्थानीय दबंगों ने कब्जा कर रखा है। इस कारण भवन निर्माण अधूरा पड़ा है। विद्यालय के कमरे में किसान द्वारा प्याज व मवेशी का चारा रखा जाता है।

केस स्टडी-1

उत्क्रमित मध्य विद्यालय किशनपुर

सूर्यगढ़ा प्रखंड के रामपुर पंचायत अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय किशनपुर की जमीन को स्थानीय निवासी सुरेंद्र ¨सह ने अतिक्रमित कर मवेशी का बथान बना रखा है। जिसके कारण विद्यालय के पानी का निकास, चहारदीवारी निर्माण अवरुद्ध है। विभाग ने दो साल पूर्व विद्यालय को किचन शेड निर्माण के लिए एक लाख 58 हजार 950 रुपये की राशि दी थी जो आजतक खाते में पड़ी है। विद्यालय प्रधानाध्यापक मुनीन्द्र झा ने कहा कि विद्यालय की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए दो साल से पदाधिकारियों को पत्राचार कर रहे हैं लेकिन आजतक कुछ नहीं हुआ है। विद्यालय की जमीन रहते हुए भी किचन शेड के अभाव में खुले में मिड डे मील बनता है। डीएम, एसडीओ से लेकर डीईओ तक को पत्र दिया गया है। एसडीओ ने 14.9.17 को सूर्यगढ़ा के सीओ और थानाध्यक्ष को विद्यालय की जमीन को अतिक्रमण मुक्त करने का आदेश दिया था। लेकिन आज तक किसी पदाधिकारी ने विद्यालय आकर जांच नहीं की है।

केस स्टडी 2

पीबी हाई स्कूल लखीसराय

मुख्यालय स्थित पुरानी बाजार उच्च विद्यालय लखीसराय में स्थापना काल से विद्यालय जाने के लिए चितरंजन रोड से रास्ता था। अब उस रास्ते को अपनी जमीन बताकर पड़ोसी ने बंद कर दिया है। छात्र व शिक्षक को विद्यालय जाने के लिए दूसरे विद्यालय में प्रवेश करके जाना पड़ता है। इस मामले को लेकर जिला प्राधिकार में भी परिवाद दायर किया गया। जिला स्तर की कई बैठकों में मंत्री, डीएम, एसडीओ ने रास्ता बहाल करने का आदेश दिया लेकिन सरकारी आदेश फाइलों तक ही रह गया। विद्यालय का रास्ता नहीं रहने से मैट्रिक व इंटर की वार्षिक परीक्षा में केंद्र रहने के कारण काफी परेशानी होती है। विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य विजय ब¨डग कहते हैं कि विद्यालय के रास्ते को बहाल कराने के लिए पदाधिकारियों से गुहार लगाकर थक गए हैं कोई पहल नहीं हुई है। शिक्षक व छात्रों को रोज समस्या से जूझना पड़ रहा है। कोट

जिले में सरकारी स्कूलों की भूमि पर अतिक्रमण के बारे में सभी बीईओ से रिपोर्ट प्राप्त कर जमीन को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए जिलाधिकारी को लिखा जाएगा। पीबी हाई स्कूल एवं केआरके हाई स्कूल का अतिक्रमण का मामला कोर्ट में चल रहा है।

- सुनयना कुमारी, डीईओ, लखीसराय

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