लेयर फार्म पर कोरोना का ग्रहण, आर्थिक संकट से जूझ रहे व्यवसायी

- 30 हजार की जगह 8 हजार कैरेट की हो रही खपत - संस्थागत खपत पूरी तरह बंद हो रही

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 May 2020 12:02 AM (IST) Updated:Sat, 23 May 2020 06:09 AM (IST)
लेयर फार्म पर कोरोना का ग्रहण, आर्थिक संकट से जूझ रहे व्यवसायी
लेयर फार्म पर कोरोना का ग्रहण, आर्थिक संकट से जूझ रहे व्यवसायी

- 30 हजार की जगह 8 हजार कैरेट की हो रही खपत

- संस्थागत खपत पूरी तरह बंद, हो रही बस घरेलू खपत

संवाद सहयोगी, किशनगंज : होली पर्व के आने से पहले लेयर फार्म संचालको ने बड़े पैमाने पर अंडा का उत्पादन शुरू कर दिया था। ठंड के मौसम में जनवरी से लेकर मार्च तक अंडों की बिक्री अधिक होती है। इसके बाद के अन्य महीनों में भी बाजार में अंडा की मांग बनी रहती है। लोगों की जरुरतों को पूरा करने के साथ अंडा की कीमत स्थिर रहे। इस वजह से लेयर संचालकों की कोशिश होती है कि अधिक से अधिक अंडा उत्पादन कर बाजार में मांग के अनुसार सप्लाई की जाए। लेकिन कोरोना महामारी ने लेयर संचालकों के व्यवसायिक उम्मीदों पर पानी फेर दिया। कोरेाना वायरस के संक्रमण के खतरे को देखते हुए बाजार पूर्ण रुप से बंद हो गए। इस कारण होटल, रेस्टोरेंट और सड़क किनारे प्रोटीन सेंटर के नाम पर लगने वाले रेहड़ियों का व्यवसाय ठप हो गया। इन सब स्थानों पर प्रतिदिन हजारों कैरेट अंडे की खपत हो जाया करती थी। लेकिन इस समय बाजार सर्वेक्षण आंकड़े बताते हैं कि जिला में प्रतिदिन तीस हजार कैरेट लगभग (नौ लाख) अंडे की खपत होती है। लेकिन वर्तमान समय में संस्थागत खपत गिरकर शून्य हो गई है। हालांकि घरेलू खपत हो रही है।

जिला में छोटे-छोटे इने गिने लेयर फार्म संचालित थे। जो कोरोना संक्रमण के कारण पूर्ण रुप से बंद हो गए। इस समय जिला में पड़ोसी राज्य बंगाल से अंडा की सप्लाई हो रही है। लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण बाजार में अंडे की मांग घटने के साथ कीमत में भी अवश्य गिरावट आयी है। एक कैरेट में अंडों की संख्या 30 होती है। लॉकडाउन से पूर्व बाजार में जिला में प्रतिदिन 30 हजार कैरेट( नौ लाख) अंडे की खपत थी। जो इस समय घट कर घरेलू खपत आठ हजार कैरेट पर आ गया है। उस समय एक कैरेट अंडे की कीमत 160 रुपये थी। खुदरा दुकान में एक अंडे की कीमत लगभग 6.50 रुपये बिकती थी। लेकिन वर्तमान समय में बाजार में प्रति कैरेट अंडे की कीमत 130 रुपये है। जो छोटे-छोटे दुकानों में प्रति पीस छह रुपये के दर से बिक रहे हैं। बंगाल के लेयर संचालक ने नाम ना छापने की श‌र्त्त पर बताया कि मक्का और सोया के कीमत बढ़े हुए हैं। एक अंडे के उत्पादन में ब्रीडिग, फीड, दवा, श्रम लागत और बिजली की खपत को मिला कर तीन रुपये आती है। जबकि बाजार में प्रति अंडा को 3.50 रुपये के दर से बेचा जाता है। अंडे का उत्पादन घटने से लेयर संचालन में आर्थिक परेशानी आने लगी है।

कोट- कोरोना वायरस के संक्रमण के डर से लोगों में भय बना हुआ है। साथ ही लोगों में बहुत सारी भ्रांतियां भी फैल चुकी है। लेकिल सबसे जरुरी है कि लोग कोरेाना संक्रमण के समय में अपने शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बनाए रखे। अंडा का सेवन करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। अंडे में एल्बुमिन और योक 2:1 के अनुपात में होते हैं। सफेद भाग एल्बुमिन में 12 फीसद प्रोटीन, नियासिन और रिवोफ्लेविन के साथ कार्बोहाइड्रेट मौजूद रहते हैं। अंडे के पीले भाग को योक कहा जाता है। जिसमें वसा, फैट और सॉल्युबल विटामिन मौजूद रहते हैं। इसके सेवन से सभी आयु वर्ग के लोगों के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है। साथ ही हड्डी और मांसपेशी को भी मजबूत बनाता है। अंडे में आयरन की मात्रा रक्त बनाने में सहायक होता है। लोग बिना हिचक के अंडे का सेवन कर रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ विषाणु जनित बीमारियों से लड़ने में सक्षम बनाता है।

डॉ. रत्नेश कुमार चौधरी, पशु वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केंद्र। कोट - शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए अंडा का सेवन कर सकते हैं। एग वाइट या अंडे के सफेद वाले हिस्से में बिलकुल फैट नहीं होता है। जबकि पीले वाले हिस्से में पांच ग्राम फैट की मात्रा होती है। इसे केवल सर्दियों में ही नहीं बल्कि हर मौसम में खाना फायदेमंद होता है। अंडा प्रोटीन और अमीनो एसिड का बेहतर स्त्रोत होता है। इसमें नौ तरह के एमीनो एसिड होते हैं। साथ ही इसमें विटामिन ए, विटामिन बी-12, विटामिन डी और विटामिन ई की भरपूर मात्रा होती है। जो शरीर की सभी जरुरतों को पूरा करने में सहायक होते हैं।

डॉ. दिलीप कुमार, चिकित्सक।

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