फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनाकर आरक्षित सीट से बने मुखिया की बढ़ी परेशानी

पंचायत चुनाव को लेकर जिले में फर्जी जाती प्रमाण पत्र बनाकर आरक्षित सीट से चुनाव लड़ना अब प्रत्याशियों को महंगा पड़ रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 29 Nov 2021 07:35 PM (IST) Updated:Mon, 29 Nov 2021 07:35 PM (IST)
फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनाकर आरक्षित सीट से बने मुखिया की बढ़ी परेशानी
फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनाकर आरक्षित सीट से बने मुखिया की बढ़ी परेशानी

संवाद सहयोगी, किशनगंजन : पंचायत चुनाव को लेकर जिले में फर्जी जाती प्रमाण पत्र बनाकर आरक्षित सीट से चुनाव लड़ना अब प्रत्याशियों को महंगा पड़ रहा है। जांच के दौरान जिले में दर्जनों प्रत्याशियों के द्वारा फर्जी जाति प्रमाण पत्र बना कर आरक्षित सीट से चुनाव लड़ने का मामला अब उभर कर सामने आने लगा है। शिकायत के बाद ऐसे प्रतिनिधि की परेशानी बढ़ने लगी है।

जिला लोक शिकायत निवारण केंद्र में दिघलबैंक प्रखंड के पदमपुर पंचायत के मुखिया जेबा बख्तियार का फर्जी जाति को रद करने की शिकायत की गई है। परिवादी जाफर हुसैन की लिखित शिकायत पर मामले की जांच प्रारंभ कर दी गई है। परिवादी के अनुसार नवनिर्वाचित मुखिया ने फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनाकर मुखिया पद का चुनाव लड़ा और जीत हासिल कर ली। उन्होंने बताया कि पदमपुर मुखिया पद अत्यंत पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित है। उन्होंने बताया कि ठाकुरगंज खरना गांव निवासी जेबा बख्तियार की शादी छह वर्ष पूर्व शाहजहां उर्फ छोटे के साथ हुई थी। जेबा बख्तियार सुरजापुरी मुस्लिम बिरादरी की हैं। उनके पैत्रिक खतियान में भी उनकी जाति शेख अंकित है। हालांकि बिहार सरकार ने सुरजापुरी मुस्लिम को पिछड़ा वर्ग का दर्जा दे रखा है। लेकिन जेबा बख्तियार ने मोरशिकार जाति का प्रमाण पत्र फर्जी तरी़के से बना लिया। हालांकि मामला संज्ञान में आने के बाद जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी प्रमोद कुमार राम ने मामले की जांच का आदेश दे दिया है। वहीं इस संबंध में पूछे जाने पर ठाकुरगंज सीओ ओपी भगत ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। जांच में आरोप सत्य पाये जाने पर जेबा बख्तियार के जाति प्रमाण पत्र को रद्द कर उनके विरुद्ध विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी। जेबा बख्तियार के पति शाहजहां ने स्वीकार किया कि अंचल अधिकारी ने उन्हें साक्ष्य लेकर बुलाया है। बताते चलें कि किशनगंज सीओ समीर कुमार ने हाल के दिनों में पिछला पंचायत के पतलवा गांव निवासी मु. मोफिद अंसारी के जाति प्रमाण पत्र को रद्द कर दिया है। मोफिद जाति के शेख हैं लेकिन उसने मोमिन जाति का प्रमाण पत्र बना कर पंचायत चुनाव में किस्मत आजमाने की कोशिश की थी। बताया जाता है कि अगर सही तरीके से जांच की जाए तो कई ऐसे प्रतिनिधि का प्रमाण पत्र फर्जी निकलेगा और फर्जी तरीके से आंख मूंदकर प्रमाण पत्र बनाने वाले कर्मी भी नपेंगे।

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