गांव से निकले के रस्ते नै छै, केना जेबे वोट गिराबे

कटिहार। आजमनगर प्रखंड क्षेत्र के अरिहाना पंचायत अंतर्गत लालगांव के लोग रास्ता नहीं रहने से

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Oct 2020 10:33 PM (IST) Updated:Thu, 22 Oct 2020 10:33 PM (IST)
गांव से निकले के रस्ते नै छै, केना जेबे वोट गिराबे
गांव से निकले के रस्ते नै छै, केना जेबे वोट गिराबे

कटिहार। आजमनगर प्रखंड क्षेत्र के अरिहाना पंचायत अंतर्गत लालगांव के लोग रास्ता नहीं रहने से खफा हैं। ऐसे में विधानसभा चुनाव में कैसे मतदान करें, इसकी चिता लोगों को खाए जा रही है। गांव से मतदान केंद्र की दूरी कई मतदाताओं को मताधिकार से वंचित कर देती थी। लालगांव के लगभग 350 मतदाताओं को मतदान करने लगभग ढाई किलोमीटर पैदल सफर तय करना होता है। गांव में व्यवस्थित सरकारी विद्यालय होने के बावजूद यहां के मतदाता मतदान को प्राथमिक विद्यालय पीरगंज जाते है। ऐसे में कई मतदाता जिनकी उम्र ज्यादा है या विकलांग है दूरी की वजह से मतदान के अधिकार से वंचित रह जाते है। कई बार ग्रामीणों ने इस समस्या को स्थानीय अधिकारियों तक पहुंचाया।बावजूद इसके गांव में मतदान केंद्र नहीं बन सका। अबकी बरसात के बाद चुनाव होने से लालगांव से निकलने का रास्ता ही बंद है। एक पुल के पहुंच पथ नहीं होने से रास्ता अवरुद्ध है। जरूरत पड़ने पर किसी तरह लोग जान जोखिम में डाल कर निकल पाते है।

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बुजुर्ग मतदाताओं ने सुनाई आपबीती :

लालगांव के बुजुर्ग मतदाता घोतायी शर्मा, मसोमात नोगिया, मसो सरवतिया, भूमेश्वर शर्मा, भोला यादव, शिवू शर्मा, मसो रुकमणी ने कहा कि लोकसभा चुनाव में मतदान के लिए बेटे के पीछे सायकिल पर बैठकर गए थे। फिर भी कई जगह रास्ता खराब होने की वजह से उतर कर पैदल ही चलना पड़ा। अबकी साहस जवाब दे रहा है। वही दिव्यांग मतदाताओं में मसो कृष्णा, विश्वनाथ शर्मा, सुनीला देवी ने कहा कि रस्ते नै छै वोट गिराबेल केना जेबे। वार्ड सदस्य मोलाई शर्मा, ग्रामीण चंचल मंडल, सीताराम सिंह आदि ने गांव से निकलने का रास्ता ठीक करने की मांग प्रशासन से की।

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