अभियान- महज तीन चिकित्सकों के भरोसे रेफरल अस्पताल

संवाद सूत्र, बरारी (कटिहार) : बरारी के रेफरल अस्पताल भगवान भरोसे हैं। तीस शैय्या वाले इस अस्पताल में

By Edited By: Publish:Thu, 18 Dec 2014 06:29 PM (IST) Updated:Thu, 18 Dec 2014 06:29 PM (IST)
अभियान- महज तीन चिकित्सकों के भरोसे रेफरल अस्पताल

संवाद सूत्र, बरारी (कटिहार) : बरारी के रेफरल अस्पताल भगवान भरोसे हैं। तीस शैय्या वाले इस अस्पताल में दस से ग्यारह चिकित्सकों की प्रतिनियुक्ति होनी चाहिए, लेकिन फिलवक्त यहां प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सहित महज तीन चिकित्सक कार्यरत है। वहीं एम्बुलेंस सेवा के नाम पर यहां जयप्रभा जननी शिशु अरोग्य एम्बुलेंस पिछले दो दिनों से खराब पड़ा है। हाल के दिनों में राष्ट्रीय एम्बुलेंस सेवा से प्राप्त वाहन का जरूरी कागजात नहीं रहने के कारण उसका भी लाभ मरीजों को नहीं मिल पा रहा है। बुधवार को संध्या करीब छह बजे अस्पताल पहुंचने पर यहां मौजूद स्वास्थ्य कर्मियों से पूछे जाने पर यह जानकारी दी गयी। यहां ड्यूटी पर प्रतिनियुक्त महिला चिकित्सक के बारे में पूछे जाने पर बताया कि वे अभी थोड़ी देर पहले एक दुर्घटना ग्रस्त मरीज को देखने पहुंची थी। जिसको रेफर करने के पश्चात वे अस्पताल परिसर स्थित अपने क्वार्टर में है। जब कभी कोई मरीज आता है उन्हें बुला लिया जाता है। अस्पताल में मरीज भर्ती कक्ष में महज एक महिला मरीज को अपने दो परिजनों के साथ देखा गया। पूछे जाने पर एक ने अपना नाम मुजहारूल कलिकापुर निवासी बताया। उसने बताया कि वे आज दिन करीब बारह बजे अस्पताल अपनी पत्नी व मां के साथ पहुंचा है और पत्नी को बंध्याकरण करवाना था, लेकिन चिकित्सक द्वारा रूकने को कहा गया है। उसने अस्पताल की और से खाना, नाश्ता सहित बेडसीट, कंबल आदि सुविधा की बात पूछे जाने पर बताया कि अब तक ऐसा कोई सुविधा नहीं मिला है। घर से सभी प्रबंध करके आये है। वहीं प्रसूति कक्ष में एक प्रसूति महिला भर्ती थीं। जिसका देखरेख नर्स के भरोसे चल रहा था। बरारी सहित आसपास के क्षेत्र वाले मरीजों का यह एक मात्र एकलौता रेफरल अस्पताल कई जगहों पर भवन क्षतिग्रस्त के साथ-साथ विद्युत वायर भी टूटा पड़ा था। वहीं लगभग एक दर्जन शैय्या भी फटेहाल में था। प्रतिनयुक्त चार चिकित्सक में एक चिकित्सक डॉ. ओपी सिंह का तबीयत खराब रहने के कारण वे अधिकांश ड्यूटी से गायब रहते हैं। इस संदर्भ में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. आरपी साहू से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि बंध्याकरण मरीजों को खाना, नाश्ता देने का प्रावधान है। उन्होंने ड्यूटी से चिकित्सकों के अनुपस्थिति के सवाल पर बताया कि यहां महज दो से तीन चिकित्सक ही सही रूप से कार्यरत है। जिससे शिफ्टवार ड्यूटी लेने का प्रयास किया जाता है। शेष रिक्त पड़े चिकित्सकों सहित अन्य सुविधाओं को लेकर सीएस को जानकारी दी गई है।

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