जिले में अब तक नहीं शुरू हो सकी गेहूं की खरीदारी

कैमूर। जिले में किसानों के सामने काफी विकट समस्या उत्पन्न हो रही है। उनके हर काम में विलंब होने से परेशानी बढ़ती ही जा रही है। लॉकडाउन के बाद किसानों की गेहूं की फसल कटने में काफी समस्या उत्पन्न हो गई।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Apr 2020 10:23 PM (IST) Updated:Thu, 23 Apr 2020 06:10 AM (IST)
जिले में अब तक नहीं शुरू हो सकी गेहूं की खरीदारी
जिले में अब तक नहीं शुरू हो सकी गेहूं की खरीदारी

कैमूर। जिले में किसानों के सामने काफी विकट समस्या उत्पन्न हो रही है। उनके हर काम में विलंब होने से परेशानी बढ़ती ही जा रही है। लॉकडाउन के बाद किसानों की गेहूं की फसल कटने में काफी समस्या उत्पन्न हो गई। हालांकि प्रशासन ने हार्वेस्टर संचालन की अनुमति देकर किसानों की परेशानी को हद तक दूर करने का प्रयास किया। लेकिन जब गेहूं की फसल कट गई तो उसको खरीदने वाला कोई नहीं है। सरकारी स्तर से भी कोई पहल नहीं हो रही है। इसके चलते किसान गेहूं को खलिहानों में रख कर दिन-रात पहरेदारी कर रहे हैं। बता दें कि जिले में गेहूं की फसल काटने के लिए 225 हार्वेस्टरों को अनुमति मिली है। जिनके द्वारा फसल काटने का कार्य किया जा रहा है। एक बधार में प्रवेश करने के बाद पूरी फसल काटने पर ही हार्वेस्टर दूसरे बधार में प्रवेश कर रहे हैं। इसके चलते विलंब हो रहा है। जिन किसानों की फसल कट जा रही है वे घर में एक साल का खर्च को छोड़ शेष गेहूं बेचने के चक्कर में हैं लेकिन कोई व्यवसायी दुकान नहीं खोल रहा। गांवों में एक-दो व्यवसायी पहुंच रहे हैं लेकिन वो काफी कम मूल्य दे रहे हैं। ऐसे में किसानों को काफी नुकसान हो रहा है। लॉकडाउन के चलते घर में खर्च के लिए पैसों की कमी है। जिसके चलते किसान गेहूं की फसल बेच कर किसी तरह पैसों का इंतजाम करना चाहते हैं। क्योंकि धान बेचने के बाद कई व्यवसायी अब भी किसानों को पैसा नहीं दिए हैं। लॉकडाउन का बहाना बना कर किसानों का पैसा दबाए हैं। इससे किसानों के सामने काफी समस्या उत्पन्न हो गई है। कोट---

जिले में गेहूं खरीदारी गुरुवार से शुरू होगी। सभी क्रय केंद्र प्रभारियों को इस बारे में दिशा-निर्देश जारी कर दिया गया है।

- प्रभाष कुमार झा, डीएसओ

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