बिस्कोमान में एक सप्ताह बाद पहुंची यूरिया

बिस्कोमान के कुदरा स्थित केंद्र पर बुधवार को एक सप्ताह बाद यूरिया खाद उपलब्ध हो पाया। हालांकि इसकी बिक्री गुरुवार या उसके बाद ही हो पाएगी। केंद्र के प्रबंधक आशीष ¨सह ने बताया कि इफको द्वारा आरओ काटने के बाद ही यूरिया खाद की बिक्री हो पाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 Jan 2019 11:00 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jan 2019 11:00 PM (IST)
बिस्कोमान में एक सप्ताह बाद पहुंची यूरिया
बिस्कोमान में एक सप्ताह बाद पहुंची यूरिया

बिस्कोमान के कुदरा स्थित केंद्र पर बुधवार को एक सप्ताह बाद यूरिया खाद उपलब्ध हो पाया। हालांकि इसकी बिक्री गुरुवार या उसके बाद ही हो पाएगी। केंद्र के प्रबंधक आशीष ¨सह ने बताया कि इफको द्वारा आरओ काटने के बाद ही यूरिया खाद की बिक्री हो पाएगी। मिली जानकारी के मुताबिक कुदरा के बिस्कोमान के केंद्र पर पिछले 9 जनवरी से ही यूरिया खाद का स्टॉक समाप्त है। जिसके चलते यहां उसी समय से उर्वरक की बिक्री बंद है। बुधवार को केंद्र पर जब किसानों ने ट्रक से खाद उतरता देखा तो उनकी आंखों में चमक दिखाई दी। हालांकि अनेक किसानों का यह भी कहना है कि खाद की यह खेप किसानों की मांग की तुलना में कम है। बताते चलें कि प्रशासन के निर्णय के मुताबिक कुदरा के बिस्कोमान केंद्र पर इस बार 3000 बोरी यूरिया खाद आई है। हालांकि स्थानीय प्रखंड के गांवों के अलावा जिले के भभुआ, रामपुर आदि प्रखंडों के अनेक गांवों का भी कुदरा ही बाजार है। रोहतास जिला के करगहर, कोचस, चेनारी, शिवसागर आदि प्रखंडों के अनेक किसान भी कुदरा में घर बनवाकर यहां के स्थाई निवासी के रूप में आधार कार्ड प्राप्त कर चुके हैं। वे सभी किसान अपनी गेहूं की फसल के लिए यूरिया खाद हासिल करने के लिए बेताब हैं। ऐसी स्थिति में 3000 बोरी यूरिया से उन सभी की जरूरतें किस हद तक पूरी हो पाएंगी यह कहना मुश्किल है।

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