उत्पाद विभाग की जांच में बाजार में बिक रहा सैनिटाइजर मिला खराब
कोविड-19 के दौरान लोग अपनी सुरक्षा के लिए विभिन्न प्रकार के सैनिटाइजरों का उपयोग कर रहे थे। इस दौरान बाजार में मिलने वाले कई ब्रांडों के सैनिटाइजर धड़ल्ले से बिक रहे थे। इस दौरान भी सैनिटाइजर की गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दे रहे थे।
जागरण संवाददाता, भभुआ: कोविड-19 के दौरान लोग अपनी सुरक्षा के लिए विभिन्न प्रकार के सैनिटाइजरों का उपयोग कर रहे थे। इस दौरान बाजार में मिलने वाले कई ब्रांडों के सैनिटाइजर धड़ल्ले से बिक रहे थे। इस दौरान भी सैनिटाइजर की गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दे रहे थे। इसका नतीजा हुआ कि बाजार में कुछ ऐसे भी ब्रांड के सैनिटाइजर आ गए जिसका उपयोग खतरनाक हो सकता है। इसका पता तब चला जब निर्वाचन विभाग द्वारा मतदान केंद्रों पर सैनिटाइजर की आपूर्ति के लिए निविदा निकाली गई। निविदा में आपूर्ति के लिए जुड़ने वाले संवेदकों द्वारा जब सैंपल की जांच के लिए नमूना दिया गया तो उसकी जांच उत्पाद विभाग ने की। उत्पाद विभाग द्वारा सभी सैंपल को पटना में जांच कराई गई। जांच रिपोर्ट के अनुसार दो सैनिटाइजर के सैंपल खराब मिले। जिनकी अल्कोहल मात्रा पर्याप्त नहीं थी। जो उपयोग करने पर लोगों की त्वचा को हानि पहुंचा सकता है। इस संबंध में जिला उप निर्वाचन पदाधिकारी राजीव रंजन कुमार ने बताया कि जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों के अंतर्गत बनाए जाने वाले मतदान केंद्रों पर मतदान कराने वाले कर्मियों व मतदाताओं को सैनिटाइजर का उपयोग कराने के बाद ही मत देने की व्यवस्था की गई है। ताकि सभी लोग कोविड 19 से सुरक्षित रहे। इस आपूर्ति की व्यवस्था में की गई निविदा के बाद संवेदकों द्वारा उपलब्ध कराए गए सैंपल की जांच कराई गई। जिसमें कॉप क्लीन व डर्म इजी ब्रांड के सैनिटाइजर गुणवत्ताविहीन पाए गए। उन्होंने कहा कि पुन: सैनिटाइजर की आपूर्ति के लिए निविदा निकाली जाएगी। जांच के उपरांत ही गुणवत्ता युक्त अल्कोहल वाले सैनिटाइजर को उपयोग में लाया जाएगा। उन्होंने जिले के लोगों से भी अपील करते हुए कहा कि इन दोनों ब्रांडों के उपयोग से बचें।