बालकृष्ण की मौत से परिवार पर टूटा विपत्तियों का पहाड़

कैमूर। गुरूवार की देर शाम एनएच 30 पर घेघिंयां गांव के समीप सड़क दुर्घटना के शिकार हुए

By Edited By: Publish:Fri, 29 Jan 2016 07:43 PM (IST) Updated:Fri, 29 Jan 2016 07:43 PM (IST)
बालकृष्ण की मौत से परिवार पर टूटा विपत्तियों का पहाड़

कैमूर। गुरूवार की देर शाम एनएच 30 पर घेघिंयां गांव के समीप सड़क दुर्घटना के शिकार हुए बाल कृष्ण उर्फ पप्पू सिंह (40) के परिजनों पर विपत्तियों का पहाड़ टूट गया है। पिता के कंधे पर शुक्रवार को जवान बेटे की अर्थी देख लोगों की आंखे नम हो जा रही थी। ज्ञात हो कि गुरूवार की शाम बड़ा बाजार निवासी बाल कृष्ण उर्फ पप्पू सिंह दादर से छोटे लाल साह व मनोज केशरी के साथ बाइक पर सवार होकर मोहनियां आ रहे थे। तभी घेघियां गांव के समीप विपरीत दिशा से आ रहे अनियंत्रित पिकअप की बाइक से टक्कर हो गई। दुर्घटना में पप्पू सिंह की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। गंभीर रूप से घायल छोटे लाल साह व मनोज केशरी को अनुमंडलीय अस्पताल से प्राथमिक इलाज के बाद बेहतर इलाज के लिए वाराणसी रेफर कर दिया गया। जिलाधिकारी के निर्देश पर शुक्रवार की रात को ही मोहनियां पुलिस के द्वारा पप्पू सिंह के शव का सदर अस्पताल भभुआ में पोस्टमार्टम कराया गया। ज्ञात हो कि पप्पू सिंह के पिता राजी रंजन सिंह दादर गांव के ही मूल निवासी है। वर्तमान में बड़ा बाजार मोहनियां में मकान बनाकर रहते हैं। उनके तीन पुत्रों में डा. निर्मल सिंह झारखंड में चिकित्सक के पद पर कार्यरत है। मझोले पुत्र बाल कृष्ण उर्फ पप्पू सिंह का दादर गांव में राइस मिल है, जहां से वे गुरूवार की देर शाम मोहनियंा लौट रहे थे। इस घटना से परिवार में शोक की लहर दौड़ गई। परिजन अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचे। जहां पप्पू सिंह को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया था। जवान बेटे के शव को देखकर माता - पिता दहाड़ मार कर रोने लगे। पत्‍‌नी इस सदमें से बार - बार अचेत हो जा रही थी। 11 वर्षीय पुत्र व दो छोटी बेटियां समझ नहीं पा रहे थे कि उनके पापा को क्या हो गया। परिजन उन्हें समझाने का प्रयास कर रहे थे।

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