महापुरुषों की जीवनी पढ़ा, रख रहे हैं संस्कार की नींव

संवाद सहयोगी जमुई साहित्य को लेकर यूं तो जिले की धरती ऊर्जावान रही है और साहित्य के प्रति लोगों का विशेष लगाव रहा है। बावजूद बदलते दौर में युवा किताब से दूर और मोबाइल से नजदीक होने लगे हैं। ऐसे में समाजसेवी गिरजानंदन मणि युवाओं को निशुल्क महापुरुषों की जीवनी की किताब देकर संस्कार की नींव डालने में लगे हैं। इसके लिए उन्होंने बकायदा पुस्तकालय बना रखा है। उनका यह प्रयास 1995 से जारी है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 25 Jan 2022 07:37 PM (IST) Updated:Tue, 25 Jan 2022 07:37 PM (IST)
महापुरुषों की जीवनी पढ़ा, रख रहे हैं संस्कार की नींव
महापुरुषों की जीवनी पढ़ा, रख रहे हैं संस्कार की नींव

गण के तंत्र

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फोटो- 25 जमुई- 5

संवाद सहयोगी, जमुई : साहित्य को लेकर यूं तो जिले की धरती ऊर्जावान रही है और साहित्य के प्रति लोगों का विशेष लगाव रहा है। बावजूद बदलते दौर में युवा किताब से दूर और मोबाइल से नजदीक होने लगे हैं। ऐसे में समाजसेवी गिरजानंदन मणि युवाओं को नि:शुल्क महापुरुषों की जीवनी की किताब देकर संस्कार की नींव डालने में लगे हैं। इसके लिए उन्होंने बकायदा पुस्तकालय बना रखा है। उनका यह प्रयास 1995 से जारी है।

जमुई नगर क्षेत्र के उझंडी मुहल्ला में इसके लिए पुस्तकालय की स्थापना की है। इस पुस्तकालय में वर्तमान समय में दस हजार से अधिक पुस्तक मौजूद है। युवाओं में किताब पढ़ने का लगाव भी बढ़ा है। उनके अनुसार साहित्यिक पुस्तक जीवन की वह पाठशाला है, जो जीवन की कठिन चुनौतियों से निपटने में संस्कार, वैचारिक विकास, पारिवारिक और सामाजिक दायित्व की सीख देता है। साहित्य समाज का दर्पण होता है।

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महापुरुषों की जीवनी से लेकर सभी प्रकार की पुस्तकें हैं उपलब्ध

गिरजानंदन की माने तो वर्ष 1995 में इलाके के गरीब और पिछड़े वर्ग के लोगों को शिक्षित बनाने के उद्देश्य से अपने घर के समीप पुस्तकालय की स्थापना की। पुस्तकालय में स्वामी विवेकानंद, संत कबीर, पंडित जवाहरलाल नेहरू, मौलाना अबुल कलाम आजाद, रामधारी सिंह दिनकर, महादेवी वर्मा, चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह, महात्मा गांधी, गोपाल कृष्ण गोखले समेत विभिन्न लेखकों और महापुरुषों की जीवनी पर आधारित सीरीज में पुस्तकें उपलब्ध हैं। इसके अलावा प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी के लिए भी बहुत सारी पत्र और पत्रिकाएं उपलब्ध है। इस पुस्तकालय में वर्तमान समय में दस हजार पुस्तकें उपलब्ध हैं, जिनके बल पर क्षेत्र के युवाओं में साहित्य और शिक्षा का प्रसार करने का प्रयास सफल रूप से किया जा रहा है।

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स्थाई समिति की देखरेख में होता है पुस्तकालय का संचालन

पुस्तकालय के संचालन के लिए समिति कार्यरत है। इसमें कुल नौ सदस्य हैं। पुस्तकालय के बेहतर संचालन के लिए अलग-अलग क्षेत्र में विद्वता रखने वाले लोगों को इस समिति में सदस्य के रूप में शामिल किया गया है। पुस्तकालय में पुस्तक रखने का एक कक्ष और दो अध्ययन कक्ष भी है।

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