सदन में भी गरीबों की बात नहीं सुनती सरकार

जमुई। श्रीकृष्ण ¨सह स्टेडियम मैदान में रविवार को आयोजित भाकपा माले के जनाक्रोश रैली को संबोधित करते

By JagranEdited By: Publish:Mon, 27 Mar 2017 01:01 AM (IST) Updated:Mon, 27 Mar 2017 01:01 AM (IST)
सदन में भी गरीबों की बात नहीं सुनती सरकार
सदन में भी गरीबों की बात नहीं सुनती सरकार

जमुई। श्रीकृष्ण ¨सह स्टेडियम मैदान में रविवार को आयोजित भाकपा माले के जनाक्रोश रैली को संबोधित करते हुए तरारी के माले विधायक सुदामा प्रसाद ने कहा कि बिहार विधानसभा में भी सरकार गरीबों की बात सुनने को तैयार नहीं है। बीते दिनों अररिया में माले के दौ कार्यकर्ताओं की हत्या पर सरकार कुछ सुनने को तैयार नहीं है। सदन में माले विधायक को अपनी बात रखने के लिए महज दो मिनट का समय मिलता है। बावजूद जमुई के माले कार्यकर्ता रामायण तूरी व जेठू हेम्ब्रम को झूठे मामले में गिरफ्तार किए जाने के मामले को सदन में रखेंगे। उन्होंने कहा कि किसानों के हित को लेकर कई बार सदन में उन्होंने आवाज उठाई है।

रैली को संबोधित करते हुए झारखंड के राज धनबार के माले विधायक राजकुमार यादव ने कहा कि जमुई और गिरिडीह सीमा क्षेत्र में रहने वाले लोगों पर पुलिसिया दमन जारी है। बिहार और झारखंड की सरकार की कार्यशैली एक तरह की है। गरीबों पर अत्याचार कर विकास के नाम पर लूट मची है। उन्होंने कहा कि राज धनबार से जमुई आने के क्रम में बटिया जंगल के बीच दो घंटे का जाम लगा था लेकिन पुलिस जाम तोड़वाने के बजाय वसूली कर रही थी। माले कार्यकर्ताओं ने विधानसभा में मुद्दे उठाने पर तालियां बजाई। जिला महासचिव शंभूशरण ¨सह ने कहा कि जनाक्रोश रैली में भाग लेने आ रहे माले कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस ने चकाई में बदसलूकी की है। इसके पूर्व शहर के बोधवन तालाब से माले कार्यकर्ताओं ने प्रतिवाद मार्च निकाला जो स्टेडियम मैदान पहुंचकर जनाक्रोश रैली के रूप में तब्दील हो गया। प्रतिवाद मार्च और जनाक्रोश रैली के माध्यम से भाकपा माले ने जिले में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के साथ ही दम दिखाया। कार्यक्रम को जयराम तूरी, एक्टू प्रभारी वासुदेव राय, छात्र नेता बाबू साहेब आदि ने भी संबोधित किया। जनाक्रोश रैली में जिले भर से बड़ी संख्या में माले कार्यकर्ता शामिल हुए।

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