प्रशिक्षण प्राप्त कर पीड़ित लोगों को दिलाएं कानूनी लाभ

जहानाबाद। स्थानीय व्यवहार न्यायालय के सभागार में शनिवार को राज्य विधिक सेवा प्राधिकार के निर्देश के आलोक में दो दिवसीय पैनल अधिवक्ता का रिफ्रेशनर प्रशिक्षण कार्यक्रम आरंभ हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Nov 2019 11:53 PM (IST) Updated:Sun, 17 Nov 2019 06:11 AM (IST)
प्रशिक्षण प्राप्त कर पीड़ित लोगों को दिलाएं कानूनी लाभ
प्रशिक्षण प्राप्त कर पीड़ित लोगों को दिलाएं कानूनी लाभ

जहानाबाद। स्थानीय व्यवहार न्यायालय के सभागार में शनिवार को राज्य विधिक सेवा प्राधिकार के निर्देश के आलोक में दो दिवसीय पैनल अधिवक्ता का रिफ्रेशनर प्रशिक्षण कार्यक्रम आरंभ हुआ।

प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन जिला एवं सत्र न्यायाधीश आलोक कुमार पांडेय ने दीप प्रज्जवलित कर किया।

इस अवसर पर उन्होने प्रशिक्षण शिविर में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि इसका लाभ वैसे लोगो को मिलेगा जिनका मापदंड राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकार के अधिनियम 1978 के धारा 12 के तहत परिभाषित किया गया है। सभी पैनल अधिवक्ता को जिला जज ने शुभकामनाएं दी तथा कहा कि आप अच्छे ढंग से प्रशिक्षण प्राप्त कर जिले के बच्चे, महिलाओं, वरीय नागरिकों, दिव्यांगों, रेप पीडिता तथा तेजाव की घटना से पीडित लोगो को शीध्र कानूनी लाभ दिलाने की दिशा में अग्रसर होगे।

इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक मनीष ने कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण से लोगो को लाभ होता है। कानून की सही जानकारी से लोग अवगत होते है। इस अवसर पर अपर एवं जिला सत्र न्यायधीश प्रथम धमेन्द्र कुमार जयसवाल, बालसा से प्रशिक्षण देने आए अवकाश प्राप्त एडीजे एनके लाल ने भी लोगो को संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन न्याययिक पदाधिकारी जेशान चांद ने किया। प्रशिक्षण की जानकारी देते हुए सबजज प्रथम सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव आरके रजक ने बताया कि राज्य विधिक सेवा प्राधिकार से प्राप्त निर्देश के आलोक में जिले के 50 पैनल अधिवक्ता को दो दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसे रिफ्रेशनर टेनिग प्रोग्राम का नाम दिया गया है। इसमें नालसा के नये गाइड लाईन से लोगो को अवगत कराया जाएगा। आरके रजक के अनुसार प्रशिक्षण देने के लिए बिहार विधिक सेवा प्राधिकार के द्वारा दो मास्टर टेनर को भेजा गया है। जिनमें अवकाशप्राप्त अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश एनके लाल तथा पटना उच्च न्यायालय के अधिवक्ता रविद्र तिवारी को मास्टर ट्रेनर बनाया गया है।

कार्यक्रम में प्रधान न्यायधीश परिवार न्यायालय आलोक कुमार सिन्हा, एडीजी दो सर्वेन्द्र प्रसाद सिंह, एडीजे तीन सतीश कुमार देव, एडीजे चार विजेन्द्र कुमार धनकर, एडीजे पांच धनंजय मिश्रा, एडीजे छह मनोज कुमार राय, फास्ट ट्रैक कोर्ट रामविनोद सिंह, सीजीएम राकेश कुमार, एसडीजीएम मुकेश कुमार मिश्रा, मुंसिफ मनिष कुमार उपाध्याय, प्रधान न्यायाधीश बाल न्यायालय उमेश प्रसाद, न्यायिक पदाधिकारी प्रणव कुमार भारती, न्यायिक पदाधिकारी प्रियंका कुमारी तथा आलोक रंजन के अलावा जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सदस्य संतोष श्रीवास्तव उपस्थित थे।

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