केमिस्ट-ड्रगिस्ट एसो. का अध्यक्ष निर्वाचत

जहानाबाद शहर के एक निजी हॉल में रविवार को केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन की आम सभा में नए सत्र के लिए चुनाव जिला अध्यक्ष नीरज कुमार की अध्यक्षता में हुई।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 21 Mar 2021 10:42 PM (IST) Updated:Sun, 21 Mar 2021 10:42 PM (IST)
केमिस्ट-ड्रगिस्ट एसो. का अध्यक्ष निर्वाचत
केमिस्ट-ड्रगिस्ट एसो. का अध्यक्ष निर्वाचत

जहानाबाद : शहर के एक निजी हॉल में रविवार को केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन की आम सभा में नए सत्र के लिए चुनाव जिला अध्यक्ष नीरज कुमार की अध्यक्षता में हुई। आम सभा में जिला के निर्विरोध निर्वाचित अधिकारियों के नामों की भी घोषणा की गई। संघ के मुख्य निर्वाचन अधिकारी त्रिशूलधारी शर्मा नवनिर्वाचित पदाधिकारियों के नामों की घोषणा करते हुए कहा कि कमेटी सभी सदस्यों की सहभागिता से ही गठित हुई है।आम सभा में नवनिर्वाचित पदाधिकारियों ने कहा कि संगठन को मजबूती लाकर सामाजिक सरोकार से संबंधित कार्यों संगठन हाथ बंटाएगी। आम लोगों को भी किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो इसका पूरा ध्यान रखा रखेगा। मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद सिविल सर्जन डा अशोक कुमार चौधरी तथा वरिष्ठ फिजीशियन डॉ गिरजेश कुमार ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया।मौके पर सिविल सर्जन ने कहा चिकित्सक,दवा दुकानदार एवं आम लोग एक दूसरे के पूरक हैं।एक दूसरे से समन्वय बनाने से हीं बेहतर कार्य संभव है।आम सभा में बीसीडीए के मेंबर सत्येंद्र कुमार ,मगध जोन के सचिव प्रभात कुमार, संगठन सचिव महेंद्र सिंह, गया जिला अध्यक्ष संजय जमुआर, मगध मेडिकल के प्रमोद कुमार ,पूर्व पदाधिकारी राजीव कुमार, चंद्रशेखर आजाद समेत जिले के सभी दवा दुकानदार मौजूद थे। इस दौरान अध्यक्ष पद के लिए नीरज कुमार ,सचिव के लिए राजीव रंजन

कोषाध्यक्ष मो खुर्शीद आलम, उपाध्यक्ष प्रवीण कुमार, संगठन सचिव शंभू कुमार तथा संयुक्त सचिव शैलेंद्र मोहन के रूप में नामों की घोषणा हुई।

- केसरीनंदन ने फल्गु के सीने से अन्नदाताओं को दिया था नीर

जागरण संवाददाता, जहानाबाद :

सूखा के कारण 1966-67 में भारी अकाल पड़ा था। इस अकाल के पांच साल पहले ही एक पूर्वज ने फल्गु के सीने को चीर कर गंधार पंचायत के खेतों के नीर पहुंचाया था। वह किसानों के श्रमदान से। करीब 60 वर्ष बाद खेतों को नीर देने वाले गंधार पंचायत सहित इलाके के नई पीढ़ी केसरीनंदन शर्मा द्वारा खोदे गए आहर को पुराने स्वरूप में लाने के लिए सोमवार से श्रमदान करेंगे।

दैनिक जागरण ने जहानाबाद जिले में पुराने जलस्रोतों की तलाश का अभियान चला रहा है। इसी कड़ी में केसरी नंदन शर्मा द्वारा 60 के दशक में अकाल से पहले ही सिंचाई के लिए गंधार आहर की दुर्दशा को प्रकाशित किया था। आहर पइन बचाओ अभियान के राष्ट्रीय संयोजक एमपी सिन्हा ने इस जलस्रोत को पुराने स्वरूप में लाने की घोषणा 16 मार्च को किया था। वादे के अनुसार सोमवार से श्रमदान शुरू हो जाएगा। -- जल दिवस के साथ बिहार का जन्मदिन --

जल संरक्षण की इस मुहिम की शुरूआत बिहार के जन्मदिन और अंतर्राष्ट्रीय जल दिवस चुना गया। आहर पइन बचाओ अभियान के एमपी सिन्हा ने बताया कि फल्गु से गंधार पंचायत तक आहर का निर्माण किसानों के भूमिदान और श्रमदान का नतीजा है। केसरी नंदन शर्मा जैसे महापुरूष के कारण कालांतर में संभव हुआ। पूरे पंचायत के लोग एक बार फिर पसीना बहाकर पानी का राह खेतों तक बनाने को ठान लिया है। श्रमदान में शामिल होने वाले किसानों को आहर पइन बचाव अभियान की ओर से सूखा राहत पैकेट प्रोत्साहन के रूप में दिया जाएगा। सन् 1962 में बनाया गया गंधार आहर पूर्वज की देन फिर से पुराने स्वरूप में आने लगेगा।

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