फर्जी चेक के जरिए डीआरडीए के खाते से 32 लाख की हुई निकासी

जहानाबाद। स्थानीय केनरा बैंक से डीआरडीए के खाते से 16 फर्जी चेक के जरिए 31 लाख नौ हजार 480 रूपए की निकासी कर लिए जाने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 17 Oct 2018 12:18 AM (IST) Updated:Wed, 17 Oct 2018 12:18 AM (IST)
फर्जी चेक के जरिए डीआरडीए के खाते से 32 लाख की हुई निकासी
फर्जी चेक के जरिए डीआरडीए के खाते से 32 लाख की हुई निकासी

जहानाबाद। स्थानीय केनरा बैंक से डीआरडीए के खाते से 16 फर्जी चेक के जरिए 31 लाख नौ हजार 480 रूपए की निकासी कर लिए जाने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। इस सिलसिले में निदेशक लेखा प्रशासन एवं स्वनियोजन महफूज आलम के लिखित प्रतिवेदन के आधार पर केनरा बैंक के मैनेजर सहित अन्य कर्मियों के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। पुलिस मामले की छानबिन में जुट गई है। दर्ज प्राथमिकी में निदेशक ने यह उल्लेख किया है कि केनरा बैंक में 15 मार्च 2014 को डीआरडीए का खाता खोलवाया गया था। प्राथमिकी में यह उल्लेख किया गया है कि आठ सितंबर को चेक निर्गत होने से पहले उस खाते में 32 लाख 41 हजार 633 रूपए जमा थे। 11 सितंबर को पांच लाख 57 हजार 500 रूपए का एक चेक एसबीआई में जमा किया गया। लेकिन बैंक द्वारा यह कहते हुए चेक वापस कर दिया गया उस खाते में इतने पैसे में उपलब्ध नहीं है। यह जानकारी मिलते ही लेखापाल प्रकाश कुमार सिन्हा ने पासबुक अपडेट कराया। उससे यह जानकारी मिली कि उस खाते से 26 जुलाई से लेकर नौ अगस्त तक 15 फर्जी चेक के जरिए 29 लाख 13 हजार 810 रूपए की निकासी दर्शाई गई है। डीआरडीए द्वारा जब केनरा बैंक से स्टेटमेंट की निकासी की गई तो यह पता चला कि एक और चेक के जरिए एक लाख 95 हजार 670 रूपए की निकासी की गई है। यानि कुल मिलाकर 16 चेक के जरिए 31 लाख नौ हजार 480 रूपए की निकासी कर ली गई। जबकि डीआरडीए द्वारा कोई चेक निर्गत नहीं किया गया था। इतना ही नहीं जिस चेक से पैसे की निकासी दर्शाई गई है वह चेक डीआरडीए में उपलब्ध है। इस संबंध में जब केनरा बैंक के मैनेजर से निकासी के संबंध में जानकारी मांगी गई तो उन्होंने पत्र के जरिए जानकारी दी कि जिस पैसे की निकासी की गई है उसे आईएवाई मद में जमा करा दिया जाएगा। प्राथमिकी में यह भी उल्लेख किया गया है कि इसकी जांच बुद्ध मार्ग पटना के वरीय प्रबंधक राकेश कुमार ने की और उन्होंने यह पाया कि जिस चेक की पैसे की निकासी की गई है वह चेक डीआरडीए कार्यालय में उपलब्ध है। इतना ही नहीं जिस पैसे की निकासी की गई है उस खाते के एसएमएस एलर्ट में उपविकास आयुक्त का मोबाईल नंबर उपलब्ध है लेकिन 21 जून के बाद निकासी के संबंध में उनके मोबाईल पर कोई एसएमएस एलर्ट नहीं आया। प्राथमिकी में यह कहा गया है कि बैंक कर्मियों द्वारा उस खाते के साथ छेड़छाड़ किया गया है जिसके कारण उनके मोबाईल पर निकासी से संबंधित एसएमएस एलर्ट नहीं जा सका ।

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