अब भी दुश्वारियों से भरा है हथुआ से यूपी का सफर

इस सड़क की दशा इससे होकर गुजरने वाले राहगीरों को डराती है। पिछले विधानसभा चुनाव में हथुआ से उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाली इस सड़क की बदहाल दशा चुनावी मुद्दा बना था। तब चुनावी मैदान में उतरे राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों ने इस सड़क की दशा सुधारने का वादा किया था। लेकिन इसकी दशा नहीं सुधरी। अब एक बार फिर विधानसभा चुनाव आ गया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 15 Oct 2020 08:31 PM (IST) Updated:Thu, 15 Oct 2020 08:31 PM (IST)
अब भी दुश्वारियों से भरा है हथुआ से यूपी का सफर
अब भी दुश्वारियों से भरा है हथुआ से यूपी का सफर

गोपालगंज : इस सड़क की दशा इससे होकर गुजरने वाले राहगीरों को डराती है। पिछले विधानसभा चुनाव में हथुआ से उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाली इस सड़क की बदहाल दशा चुनावी मुद्दा बना था। तब चुनावी मैदान में उतरे राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों ने इस सड़क की दशा सुधारने का वादा किया था। लेकिन इसकी दशा नहीं सुधरी। अब एक बार फिर विधानसभा चुनाव आ गया है। राजनीतिक दल तथा प्रत्याशी अपने विकास के एजेंडा के साथ समर्थन मांगने जनता के पास जा रहे हैं।

हथुआ विधानसभा क्षेत्र के प्रखंड मुख्यालय हथुआ के आइटीआइ मोड़ से सेमरावं, कुसौधी, एकडंगा, भगवानपुर होते हुए उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के भवानी छापर को सीधे जोड़ने के लिए तीन दशक पहले सड़क बनी। भवानी छापर बाजार आधा बिहार तथा आधा यूपी की सीमा में है। हथुआ तथा इस इलाके के लोगों को यूपी जाने के लिए यह सीधा रास्ता है। पिछले आठ साल से इस सड़क की दशा बदहाल बनी हुई है। गड्ढे से पटी इस सड़क पर हादसे होते रहते हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में 38 किलोमीटर लंबी इस सड़क की बदहाली मुद्दा बना था। तब इस सड़क की दिशा ठीक कराने का सभी दलों ने आश्वासन दिया था। लेकिन, इस सड़क की दशा ठीक कराने की दिशा में अब तक कोई पहल नहीं की गई। अब तो इस सड़क की दशा और बदहाल हो गई है। हथुआ और आसपास के इलाके के लोगों के लिए सड़क की बदहाली के कारण अब भी यूपी तक का सफर दुश्वारियों से भरा है। इस सड़क की मरम्मत की मांग फिर से क्षेत्र के लोग उठाएंगे।

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