शिक्षक नियोजन मामले में 15 सचिवों पर प्राथमिकी

गोपालगंज। शिक्षा विभाग तथा निगरानी विभाग के पदाधिकारियों के बार बार चेतावनी देने के बाद

By Edited By: Publish:Thu, 25 Aug 2016 03:05 AM (IST) Updated:Thu, 25 Aug 2016 03:05 AM (IST)
शिक्षक नियोजन मामले में 15 सचिवों पर प्राथमिकी

गोपालगंज। शिक्षा विभाग तथा निगरानी विभाग के पदाधिकारियों के बार बार चेतावनी देने के बाद भी शिक्षक नियोजन से संबंधित कागजात उपलब्ध नहीं कराना पंचायत सचिवों पर भारी पड़ने लगा है विभाग ने प्रखंड के सभी पंचायत नियोजन इकाईयों के सचिवों पर प्राथमिकी दर्ज कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी। इस संबंध में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी हरेंद्र दुबे ने प्रखंड के तीनों थाना विशंभरपुर, कुचायकोट तथा गोपालपुर में नियोजन इकाइयों के सभी सचिवों पर प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन दिया है। इस प्रक्रिया में प्रखंड के कुल 31 पंचायतों में कार्यरत पंद्रह पंचायत सचिवों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। अन्य सचिवों पर प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है।

बताया जाता है कि उच्च न्यायालय के आदेश पर शिक्षक नियोजन में फर्जीवाड़े की जांच निगरानी विभाग कर रही है। निगरानी विभाग के शिक्षा विभाग से शिक्षक नियोजन से संबंधित सभी कागजात देने की मांग की थी। निगरानी विभाग की मांग पर शिक्षा विभाग ने प्रखंड के सभी नियोजन इकाईयों से संबंधित सभ आवश्यक दस्तावेज मांगे गए थे। लेकिन बार बार चेतावनी देने के बावजूद भी पंचायत नियोजन इकाईयों के सचिवों ने नियोजन से संबंधित कागजात उपलब्ध नहीं कराया। इस संबंध में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी हरेंद्र दुबे ने बताया कि कागजात उपलब्ध नहीं कराने पर निगरानी विभाग तथा शिक्षा विभाग के नोडल पदाधिकारी के निर्देश पर प्रखंड के सभी नियोजन इकाइयों के सचिवों पर प्राथमिकी दर्ज करने के लिए थाना में आवेदन दिया गया है। इधर आवेदन मिलने के बाद पुलिस प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। आवेदन मिलने के बाद पंद्रह सचिवों पर प्राथमिकी भी दर्ज कर ली गई है। जिन पंचायत सचिवों पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है उनमें अनिल मिश्र, रामानंद यादव, सुभाष शुक्ल, उमेश कुमार राय, दिनेश राम, बालाजी दुबे, रामप्रसाद यादव, अनिरुद्ध प्रसाद, देवेंद्र मिश्रा, मदन मोहन ठाकुर, राजदेव प्रसाद, अनिरुद्ध सिंह, रामाशीष सिंह, हमीद मियां तथा नागेंद्र सिंह शामिल हैं।

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