उर्दू केवल भाषा ही नहीं, मुकम्मल तहजीब भी

संवाद सूत्र, आमस : हमजापुर गाव स्थित जीनियस किड्स गैलेक्सी स्कूल में रविवार को अवामी उर्दू निफा

By JagranEdited By: Publish:Mon, 22 Oct 2018 03:01 AM (IST) Updated:Mon, 22 Oct 2018 03:01 AM (IST)
उर्दू केवल भाषा ही नहीं, मुकम्मल तहजीब भी
उर्दू केवल भाषा ही नहीं, मुकम्मल तहजीब भी

संवाद सूत्र, आमस : हमजापुर गाव स्थित जीनियस किड्स गैलेक्सी स्कूल में रविवार को अवामी उर्दू निफाज कमेटी के बैनर तले उर्दू भाषा के विकास पर परिचर्चा का आयोजन किया गया।

अध्यक्षता सूबे के मशहूर उर्दू शायर नावक हमजापुरी ने की। नावक हमजापुरी ने कहा कि उर्दू हमारी जुबान (भाषा) ही नहीं, बल्कि हमारी मुकम्मल तहजीब भी है। अगर जुबान मिट गई तो हमारी तहजीब भी मिट जाएगी। मुख्य अतिथि डॉ. एस. रजाउल्लाह ने कहा कि उर्दू महज मुसलमानों की जुबान नहीं, बल्कि यह समूचे हिन्दुस्तान की जुबान है। उन्होंने कहा कि यह भाषा केवल गालिब, मोमीन और मीर की नहीं, बल्कि प्रेमचंद, चकबस्त और बेदी की भी भाषा है। मंच का संचालन कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता इमरान अली ने कहा कि उर्दू भाषा हमारे समाज से निकलती जा रही है, जिसे बचाने के लिए मुहिम की जरूरत है। इस मौके पर इशराक हमजापुरी, हाजी अबु अरीबा, रूमान बदर ने भी लोगों को संबोधित किया। मौके पर शिक्षक मो. अली बैदावी, इमरोज अली, हाजी नसीमुद्दीन सहित कई गणमान्य मौजूद थे।

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