आतंकी तौसीफ को ATS टीम गया से ले गई गुजरात, 56 लोगों की हत्या का है आरोप

गुजरात से गया पहुंची एटीएस की टीम आतंकी तौसीफ खान को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर गुजरात के लिए रवाना हो गई है। उसपर कुल 35 मामले दर्ज हैं।

By Kajal KumariEdited By: Publish:Mon, 27 Nov 2017 01:18 PM (IST) Updated:Mon, 27 Nov 2017 11:41 PM (IST)
आतंकी तौसीफ को ATS टीम गया से ले गई गुजरात, 56 लोगों की हत्या का है आरोप
आतंकी तौसीफ को ATS टीम गया से ले गई गुजरात, 56 लोगों की हत्या का है आरोप

गया [जेएनएन]। गुजरात से गया पहुंची एटीएस की टीम ने केंद्रीय कारागार में बंद अहमदाबाद बम ब्लास्ट कांड के मुख्य आरोपी आतंकी तौसीफ खान को लेकर गुजरात के लिए रवाना हो गई है। गया एयरपोर्ट से सुरक्षा के वजहों से तौसिफ को एटीएस की टीम चार्टेड प्लेन से  ट्रांजिट रिमांड पर अहमदाबाद ले गई। 

एसटीएफ की टीम में आईपीएस अधिकारी समेत कई लोग थे। तौसिफ अहमदाबाद सीरियल बम ब्लास्ट का मुख्य आरोपी है। इस बम ब्लास्ट में 56 लोगों की मौत हुई थी। तौसिफ पर गुजरात में कुल 35 मामले दर्ज हैं। 

आतंकी तौसिफ को ट्रांजिट रिमांड पर ले जाने के लिए गुजरात एटीएस की टीम रविवार को गया पहुंची। 13 सितंबर को गया में तौसिफ और उसके सहयोगियों के पकड़े जाने के 10 दिन बाद गुजरात एटीएस ने ट्रांजिट रिमांड के लिए कोर्ट में आवेदन दिया था।

उस वक्त किसी कारण से उसे एटीएस की टीम गुजरात नहीं ले जा सकी। गुजरात एटीएस की टीम तौसिफ से ब्लास्ट के मामले में पूछताछ करेगी।

तौसिफ को आज को हाई सिक्युरिटी के बीच गुजरात एटीएस ले गई। तौसिफ को टीम गया एयरपोर्ट लेकर गई और वहां से फिर प्लेन से अहमदाबाद लेकर रवाना हो गई। इस दौरान सुरक्षा के कड़े प्रबंध थे। तौसिफ को ट्रांजिट रिमांड पर ले जाने के लिए गया सेन्ट्रल जेल प्रशासन को भी आवश्यक कागजात रविवार को भेज दिए गया था। इस आतंकी से कई राज्यों की एटीएस पूछताछ कर चुकी है। 

इस केस को पटना एटीएस थाने में स्थानांतरित किया गया है। इसके गया स्थित विभिन्न ठिकानों से बड़े पैमाने पर आतंकी पर्चे, किताबों के अलावे अन्य सामग्रियों की बरामदगी हो चुकी हैं। गुलाम सरवर और सन्ना खां भी सेन्ट्रल जेल गया में बंद हैं।

गया में वर्ष 2008 से रह रहे इस आतंकी की भनक नौ सालों तक किसी भी एजेंसी को नहीं लग सकी थी। इसी क्रम में गत 13 सितंबर को एक कैफे में मेल को पहुंचे तौसिफ को साइबर कैफे संचालक अनुराग बसु ने पहचान लिया था। इसके प्रयास और सिविल लाईन पुलिस की त्वरित कार्रवाई के बाद इस आतंकी और इसके साथियों की गिरफ्तारी में सफलता मिली थी। 

एजेंसियों की जांच के क्रम में सामने आया है कि गया में रहकर वह दूसरे राज्यों में भी आतंकी नेटवर्क संचालित कर रहा था। गया के करमौनी स्थित स्कूल में शिक्षक बनकर इसकी ओट में पचास से अधिक जेहादी तैयार कर लिए था।

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