वंदे भारत मिशन के पहले चरण में आए प्रवासी भेजे गए घर
वंदे भारत मिशन के तहत विदेश से पहले चरण में आए प्रवासियों को मंगलवार को प्रमाणपत्र देकर विदा किया गया। सभी 18 मई को यूनाइटेड किंगडम से नई दिल्ली होते हुए गया आए थे। सभी को बोधगया में 14 दिनों का क्वारंटाइन में रखा गया था।
गया । वंदे भारत मिशन के तहत विदेश से पहले चरण में आए प्रवासियों को मंगलवार को प्रमाणपत्र देकर विदा किया गया। सभी 18 मई को यूनाइटेड किंगडम से नई दिल्ली होते हुए गया आए थे। सभी को बोधगया में 14 दिनों का क्वारंटाइन में रखा गया था।
विदित हो कि वंदे भारत मिशन के तहत बिहार के लिए गया इंटरनेशनल एयरपोर्ट को लैंडिंग प्वाइंट बनाया गया है। यहां 18 मई से लगातार विभिन्न देशों से प्रवासी गया आ रहे हैं। 18 मई को पहली उड़ान से 41 प्रवासी आए थे। इनमें से 28 बिहार और शेष झारखंड के प्रवासी थी। क्वारंटाइन की अवधि पूरी करने वाले प्रवासियों को विदाई से पहले स्क्रीनिंग की गई। इसमें सभी स्वस्थ मिले। उसके बाद सभी को क्वारंटाइन प्रमाण पत्र देकर संबंधित जिला में प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराए गए वाहनों से भेजा गया। प्रमंडलीय आयुक्त असंगबा चुबा आओ ने सभी के सफल जीवन एवं अच्छे स्वास्थ्य की कामना की। घर जाने वाले प्रवासियों के चेहरे पर संतोष व प्रसन्नता का भाव था। सभी ने क्वारंटाइन सेंटर की व्यवस्था की सराहना की। ढाका व दम्माम से 266 प्रवासी गया पहुंचे
'वंदे भारत' मिशन के तहत मंगलवार को 266 प्रवासी गया एयरपोर्ट पर पहुंचे। एयर इंडिया का विशेष विमान सऊदी अरब के दम्माम से नई दिल्ली होते हुए सुबह गया एयरपोर्ट पर उतरा। उसके बाद दूसरा विमान दोपहर में ढाका से गया आया। सऊदी अरब के दम्माम से 97 और बांग्लादेश के ढाका से 169 बिहार-झारखंड के प्रवासी गया आए। इसमें झारखंड के 44 प्रवासियों को एयरपोर्ट से रांची के लिए रवाना किया गया। शेष सभी को बोधगया के होटलों, गेस्ट हाउस व बौद्ध मठों में 14 दिनों का क्वारंटाइन किया गया।
विदित हो कि वंदे भारत मिशन के तहत बिहार-झारखंड के लिए गया इंटरनेशनल एयरपोर्ट को लैंडिंग प्वाइंट के लिए चयनित किया गया है। यहां 18 मई से विदेशों में फंसे प्रवासियों का विशेष विमान से आने का सिलसिला जारी है। एयरपोर्ट सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार, छह जून तक विदेशों से सीधे और नई दिल्ली होकर विमानों के गया आने का शिड्यूल प्राप्त है। हालांकि, इसमें परिर्वतन की भी संभावना है।