Picnic Spot in Gaya: डुगेश्वरी में मनाएं नए साल का जश्न, महात्मा बुद्ध का दर्शन करें और निहारें प्रकृति की सुंदरता
गया में एक से बढ़कर एक ऐसे जगह हैं जहां नए साल का जश्न मनाकर असीम खुशी का अहसास होता है। इन्हीं में से एक है डुगेश्वरी। यहां यूं तो वर्षभर लोगों का आना-जाना लगा रहता है। लेकिन नए साल के पहले दिन काफी भीड़ रहती है।
जासं, मानपुर (गया)। नए साल का जश्न मनाने लोग कहीं न कहीं जरूर जाते हैं। वैसे इस बार कोरोना का असर है। इस कारण लोगों के कदम ठिठके हुए हैं। वे भीड़भाड़ वाली जगह पर जाने को लेकर असमंजस में हैं। ऐसे में हम आपको बताते हैं प्रकृति की मनोरम छटा वाले जगह डुगेश्वरी के बारे में। भगवान बुद्ध भी यहां आए थे। यहां उनकी प्रतिमा भी बनी है। यहां देश-विदेश के लोग आते रहते हैं। एक बार आप भी पहुंचे। आप यहां प्रकृति की सुरम्य वादियों में खो से जाएंगे।
ऐसे पहुंच सकते हैं डुगेश्वरी तक
गया बाइपास-मानपुर मुख्यमार्ग होते हुए भुसूंडा मोड़ पहुंचे। वहां से फतेहपुर रोड में जाने के बाद सोहैपुर गांव की ओर मुड़ जाएं। लीला महतो स्मारक उच्च विद्यालय होते हुए पक्की सड़क पर जाएं। यह सड़क डुगेश्वरी तक गई है।
अवश्य करें बुद्भ का स्मरण
डुगेश्वरी जाएं तो पहाड़ पर चढ़कर माहात्मा बुद्ध की प्रतिमा का दर्शन करें। कहा जाता है कि उनके दर्शन मात्र से असीम शांति का अनुभव इस जगह पर होता है। यहां बैठकर लोग ध्यान भी करते हैं। वहां जाने के बाद पहाड़ के नीचे एवं ऊपर का दृश्य अवश्य देखें। प्राकृतिक नजारा आपका मन मोह लेगा। देसी-विदेशी पर्यटकों की भीड़ अमूमन साल के हर महीने यहां दिखती है। हालांकि इस बार कोरोना की वजह से यहां कम लोग पहुंचे थे।
पिकनिक मनाने के लिए रहती है भीड़
डुगेश्वरी पहाड़ के चारों तरफ का वातावरण काफी सुंदर है। यहां काफी संख्या में युवक पिकनिक मनाने आते हैं। यहीं पर भोजन बनाकर पत्थर के चटान पर पंक्ति में बैठकर वे व्यंजनों का लुत्फ उठाते हैं। ऐसे तो यह नजारा हर दिन दिखता है लेकिन नए साल के अवसर पर तांता लगा रहता है। नए साल के पहले दिन यहां काफी संख्या में लोग जुटेंगे। इसको देखते हुए पुलिस-प्रशासन भी चौकस है। सुरक्षा के इंतजाम किए जाएंगे।