चिकित्सकों ने किया कार्य बहिष्कार, ठप रही आउटडोर सेवा

आरा में चिकित्सक के साथ मारपीट एवं दु‌र्व्यवहार की घटना के विरोध में जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों ने कार्य बहिष्कार किया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Nov 2018 12:19 AM (IST) Updated:Thu, 22 Nov 2018 12:19 AM (IST)
चिकित्सकों ने किया कार्य बहिष्कार, ठप रही आउटडोर सेवा
चिकित्सकों ने किया कार्य बहिष्कार, ठप रही आउटडोर सेवा

मोतिहारी । आरा में चिकित्सक के साथ मारपीट एवं दु‌र्व्यवहार की घटना के विरोध में जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों ने कार्य बहिष्कार किया। इसके कारण ओपीडी सेवाएं पूरी तरह ठप रहीं। हालांकि इमरजेंसी सेवा को बहाल रखा गया था। ओपीडी में काम-काज नहीं होने के कारण जिले के विभिन्न सरकारी अस्पतालों से सैकड़ों की संख्या में मरीजों को बिना इलाज के ही लौट जाना पड़ा। इधर, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की राज्य शाखा के आह्वान पर गुरुवार को निजी चिकित्सक भी कार्य बहिष्कार कर विरोध दर्ज कराएंगे। उक्त जानकारी देते हुए आइएमए के जिलाध्यक्ष डॉ. सुशील कुमार सिन्हा ने बताया कि गुरुवार को सभी निजी क्लीनिकों एवं अस्पतालों में आउटडोर सेवाएं बंद रहेंगी। इस संबंध में बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ के जिला सचिव डॉ. एसएन ¨सह ने बताया कि चिकित्सक के साथ दु‌र्व्यवहार की घटना ¨नदनीय है। हम इसका विरोध करते हैं। इसके विरोध में हमने कार्य बहिष्कार किया है। इस मुद्दे पर राज्य इकाई की बैठक चल रही है। बैठक में लिए गए निर्णय के आलोक में आगे की रणनीति तय की जाएगी। यहां बता दें कि आरा सदर अस्पताल में मंगलवार की शाम चिकित्सक के साथ दु‌र्व्यवहार की घटना हुई है। आरोप लगाया गया है जिलाधिकारी के अंगरक्षकों द्वारा चिकित्सक के साथ मारपीट की गई। इस घटना की आइएमए एवं भासा ने कड़ी ¨नदा करते हुए कार्य बहिष्कार की घोषणा कर दी।

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बिना इलाज के लौटे सैकड़ों मरीज

चिकित्सकों के कार्य बहिष्कार के कारण सदर अस्पताल मोतिहारी के अलावा जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में आउटडोर का कामकाज ठप रहा। इस कारण मरीजों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा। हालांकि इमरजेंसी सेवा को हड़ताल से अलग रखा गया था। इधर, सदर अस्पताल में ओपीडी बंद रहने से करीब दो सौ मरीजों को बिना इलाज के ही लौट जाना पड़ा। ओपीडी भवन में ताला लटका रहा। संबंधित निबंधन काउंटर भी बंद रहे। इसके कारण घोड़ासहन, चिरैया, अरेराज, केसरिया, मेहसी, रामगढ़वा आदि दूर-दराज के प्रखंडों से आए मरीजों को कुछ ज्यादा ही निराशा हुई। उन्हें इस बात की फिक्र थी कि उन्हें फिर आना पड़ेगा। पैसे की बर्बादी के साथ-साथ कामकाज भी बाधित होगा।

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वर्जन :

चिकित्सकों ने कार्य बहिष्कार किया है। स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। जिले के किसी भी हिस्से में कोई असहज स्थिति नहीं बनी है। इमरजेंसी सेवा सामान्य रूप से संचालित हो रही है।

- डॉ. बीके ¨सह

सिविल सर्जन, मोतिहारी

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