डिग्री कॉलेज भवन बनकर तैयार, पढ़ाई का इंतजार

नक्सल प्रभावित मधुबन के छात्र-छात्राओं को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए डिग्री कॉलेज की स्थापना का मार्ग प्रशस्त हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 17 Jul 2018 11:30 PM (IST) Updated:Tue, 17 Jul 2018 11:30 PM (IST)
डिग्री कॉलेज भवन बनकर तैयार, पढ़ाई का इंतजार
डिग्री कॉलेज भवन बनकर तैयार, पढ़ाई का इंतजार

मोतिहारी। नक्सल प्रभावित मधुबन के छात्र-छात्राओं को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए डिग्री कॉलेज की स्थापना का मार्ग प्रशस्त हुआ। भवन भी बनकर तैयार हो गया। यदि कोई काम नहीं हुआ तो शैक्षणिक सत्र का आरंभ। बात प्रखंड के गंगापुर स्थित नव निर्मित शिवशरण साह डिग्री कॉलेज की। यहां भवन निर्माण का कार्य पूरा कर लिया गया है। परंतु, यह कॉलेज भवन निर्माण के बाद उद्घाटन की बांट जोह रहा है। इस परिसर में शैक्षणिक कार्य शुरू कराने के प्रति अधिकारी व प्रतिनिधि उदासीन दिख रहे हैं। ग्रामीण बताते हैं कि सुदूर देहाती क्षेत्र में डिग्री कॉलेज में शैक्षणिक कार्य शुरू हो जाने से यहां के सैकड़ो छात्र-छात्राओं को किसी अन्य कॉलेजों में पढ़ाई के लिए दूर जाने की जरूरत नहीं होगी। लेकिन, यहां के सरकारी अधिकारियों की उपेक्षा के कारण इसे आरंभ करने की दिशा में प्रयास नहीं किया जा रहा है।

इस इलाके में शिक्षा का संचार करने के प्रति मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बेहद संजीदा रहे हैं। 23 जनवरी 2009 को विकास यात्रा के दौरान भगवान ¨सह महाविद्यालय परिसर में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए सीएम नीतीश ने यहां डिग्री कॉलेज बनाने की घोषणा की थी। इसके बाद इसकी प्रक्रिया शुरू की गई। फिर 11 दिसंबर 2014 को तत्कालीन सीएम जीतन राम मांझी ने शिवशरण साह मधुबन डिग्री कॉलेज की आधारशिला रखी थी। राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (रूसा) के तहत कॉलेज भवन का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। निर्माण कार्य पर सरकार ने 4 करोड़ 42 लाख खर्च किए। दो वर्षों में इस कॉलेज के भवन का निर्माण कार्य पूरा किया गया। लेकिन, शिक्षण कार्य आरंभ नहीं हो पाने से शिक्षा प्रेमियों में रोष है। लोगों का कहना है कि सरकारी राशि का उपयोग तब सार्थक होगा, जब यहां बच्चे पढ़ने लगेंगे।

कॉलेज के नाम के साथ साथ भूमिदाता का नाम नहीं जोड़े जाने को लेकर समस्या पैदा हो रही है। भूमिदाता के पुत्र मधुबन निवासी भारत भूषण प्रसाद ने बताया कि कॉलेज के निर्माण के लिए मैंने सरकार को 8 एकड़ भूमि देने का एग्रीमेंट किया। एग्रीमेंट के अनुसार मेरे पिता जी शिवशरण साह के नाम पर कॉलेज का नामकरण करने का कागजात तैयार किया। आधारशिला रखने के समय भी सीएम जीतनराम मांझी ने कहा था कि सरकारी नियमों के अनुसार भूमिदाता के नाम पर कॉलेज का नामकरण होगा। इधर शिक्षा विभाग की फाइल में मधुबन डिग्री कॉलेज का नाम है। परंतु, भूमिदाता का नाम गायब है। इस मामले को लेकर कोर्ट में जाएंगे।

नव निर्मित कॉलेज भवन के पास सुबह से लेकर शाम तक जुआड़ियों, शराबियों तथा अन्य संदिग्धों की भीड़ जमा होती है। लाखों रुपये का जुआ खेला जाता है। शराब डिलेवरी का काम भी जमकर होता है। हालत तो यह है कि अब भवन में लगे कांच को शरारती तत्वों द्वारा नुकसान पहुंचाया जा रहा है। सबकुछ जानने के बावजूद पुलिस अनजान बनी है।

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