खुफिया तंत्र कमजोर, लूटकांड के पर्दाफाश में तकनीकी सेल के भरोसे पुलिस

दरभंगा । बहेड़ी थानाक्षेत्र के शंकर रोहार चौक स्थित राजश्री ज्वेलर्स दुकान से शुक्रवार को दिन-दहाड़े हुए लाखों के जेवरात लूट मामले में पुलिस को पांचवें दिन भी कोई सफलता नहीं मिली।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 09 Nov 2021 11:10 PM (IST) Updated:Tue, 09 Nov 2021 11:10 PM (IST)
खुफिया तंत्र कमजोर, लूटकांड के पर्दाफाश में तकनीकी सेल के भरोसे पुलिस
खुफिया तंत्र कमजोर, लूटकांड के पर्दाफाश में तकनीकी सेल के भरोसे पुलिस

दरभंगा । बहेड़ी थानाक्षेत्र के शंकर रोहार चौक स्थित राजश्री ज्वेलर्स दुकान से शुक्रवार को दिन-दहाड़े हुए लाखों के जेवरात लूट मामले में पुलिस को पांचवें दिन भी कोई सफलता नहीं मिली। घटना को अंजाम देने वाले ना तो किसी अपराधी की गिरफ्तारी हो पाई है और नहीं ही लूटे गए जेवरातों की बरामदगी। इसके पीछे दरभंगा पुलिस के खुफिया तंत्र का कमजोर होना मुख्य कारण बताया जा रहा है। क्षेत्र की सुरक्षा के लिए कई जगहों पर पुलिस नाका लगाकर रोजाना चेकिग अभियान चला रही है। पंचायत चुनाव व छठ पूजा को देखते हुए पुलिस को पहले ही अलर्ट कर दिया गया है। बावजूद इसके अपराधियों ने इलाके में अपना सेफ ठिकाना ही नहीं बनाया बल्कि तय समय पर घटना को भी अंजाम दे दिया। यहां की पुलिस को इसकी भनक तक नहीं मिली। एक समय था कि पुलिस मुखबिरों के सहारे कार्रवाई करती थी। समय पर मदद ली जाए, इसे लेकर सभी थानों में मुखबिरों की सूची भी होती थी। लेकिन, इन दिनों पुलिस ऐसे लोगों से दूर हो गए हैं। भौतिकवादी युग में हाईटेक हुई पुलिस ने मुखबिरों से वास्ता रखना छोड़ दिया है। इनकी जगह थानों में दलाल और भू-माफिया किस्म के लोगों ने ले ली है। यही कारण है कि अपराध की योजना बनाने वाले अपराधियों तक पुलिस आसानी से नहीं पहुंच पाती है। अब पुलिस खुफियातंत्र की जगह तकनीकी सेल के भरोसे चल रही है। सर्विलांस ट्रैकिग सिस्टम पर निर्भर है। अर्थात पुलिस स्वयं के अनुसंधान की जगह दूसरे के फीडबैक पर वाहवाही लूटने में लगी है। मोबाइल टावर लोकेशन, सीडीआर और सीसी कैमरे के फुटेज को पुलिस अब अपना मुखबिर मान बैठी है। जिस मामले में तकनीकी सेल से मदद नहीं मिल पाती है उसमें पुलिस अपराधियों तक नहीं पहुंच पाती है। अब अपराधी भी तकनीकी सेल से अवगत हो चुके हैं। यही कारण है कि मोबाइल लोकेशन, सिम का इश्तेमाल, सीसी कैमरा से बचने के ऊपाय आदि की जानकारी अपराधियों ने हासिल कर लिया है। लहेरियासराय थाने क्षेत्र के बाकरगंज मोहल्ला में 10 जुलाई 2019 की सुबह श्री गणेश ज्वेलर्स के मालिक संजय कुमार लोहिया के घर लाखों के जेवरात लूट मामले में पुलिस सीसी फुटेज और मोबाइल लोकेशन पर गिरोह का पता करने में सफलता पाई। लेकिन, एक बदमाश व वैशाली निवासी रिक्की खान को छोड़कर सभी अब तक फरार हैं। एक रुपये की बरामदगी तक भी नहीं हो पाई है। 9 दिसंबर 2020 को नगर थाने के बड़ा बाजार में घटी घटना में तकनीकी सेल को कई सफलता मिली। दरभंगा, समस्तीपुर, वैशाली, बेगूसराय जिले के लगभग 40 लोगों को गिरफ्तार किया गया। लेकिन, अब भी घटना में शामिल आधा दर्जन से ऊपर बदमाशा फरार चल रहे हैं। यही कारण है कि बदमाशों ने पुलिस को खुली चुनौती देकर दिन के 11 बजे में बहेड़ी थानाक्षेत्र के शंकर रोहार चौक स्थित राजश्री ज्वेलरी दुकान से लाखों के जेवरात सहित नकदी लूटकर फरार हो गए। चार बाइक पर सवार छह बदमाशों ने हथियार के बल पर दुकानदार राजकुमार साह, उनके बच्चे और ग्राहक को बंधक बनाकर 25 किलो चांदी, छह सौ ग्राम सोना, डेढ़ लाख नकदी लूट लिए। बताया जाता है कि खुफियातंत्र ध्वस्त होने से अपराधियों पर नकेल लगाना पुलिस के लिए मुश्किल हो गया है। थानेदारी भी चल रही है, सड़क पर पुलिस गश्त भी है। बावजूद, आपराधिक घटनाएं घट रही है। कौन रेकी कर रहा है, कौन बदमाश ठिकाना बना रखा है इसकी सूचना तक पुलिस को नहीं मिल पा रही है। बताया जाता है कि मुखबिरों को अब पुलिस पर भरोसा नहीं रहा। अक्सर दी जानेवाली जानकारी लीक हो जाती है। ऐसी स्थिति में पुलिस और मुखबिरों का संबंध अब खत्म हो चुका है। अब फिर से तकनीकी सेल पर नजर टिकी है।

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