नदी में डूबने से किशोर की मौत, गांव में मातम

ायाघाट थाना क्षेत्र के पश्चिमी विलासपुर गांव स्थित बागमती नदी के पासी टोला घाट पर स्नान कर रहे एक किशोर की मौत डूबने से हो गई।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 20 Jun 2019 01:13 AM (IST) Updated:Thu, 20 Jun 2019 06:34 AM (IST)
नदी में डूबने से किशोर की मौत, गांव में मातम
नदी में डूबने से किशोर की मौत, गांव में मातम

दरभंगा। हायाघाट थाना क्षेत्र के पश्चिमी विलासपुर गांव स्थित बागमती नदी के पासी टोला घाट पर स्नान कर रहे एक किशोर की मौत डूबने से हो गई। मृतक की शिनाख्त पश्चिमी विलासपुर निवासी उपेंद्र पासवान के पुत्र अजीत कुमार पासवान (12) के रूप में की गई है। घटना की सूचना मिलते ही काफी लोगों ने नदी में छलांग लगाकर अजीत को पानी के अंदर से खोजकर निकाला। इसके बाद उसे पीएचसी में भर्ती कराया गया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों के चीख-पुकार से पूरा पीएचसी गमगीन हो गया। थानाध्यक्ष रंजीत कुमार चौधरी जब शव कब्जा में लेकर पोस्टमार्टम कराने की बात कही तो लोगों ने विरोध कर दिया। हालांकि, काफी मशक्कत बाद स्थानीय मुखिया शफीर्रहमान उर्फ बौआ मियां, थानाध्यक्ष मो. नदीम, सुधीर गुप्ता आदि के समझाने-बुझाने पर परिजन पोस्टमार्टम कराने के लिए मान गए। बताया जाता है कि बुधवार की सुबह में अजीत अपने पिता उपेंद्र पासवान और भाई अशोक पासवान के साथ सुबह का नाश्ता किया । इसके बाद वह नदी में स्नान करने के लिए घर से निकल पड़ा। नदी के अंदर जाने के बाद जब वह नहीं निकला तो उसका भतीजा कृष्ण कुमार हल्ला करने लगा। कई लोग जुटे और नदी में अजीत को खोजने के लिए छलांग लगा दिए। कुछ ही देर में वह मिला। लेकिन, तब तक काफी देर हो चुका था। बावजूद, लोग अस्पताल ले गए। अजीत अपने छह बहन व चार भाइयों में नौवें स्थान पर था। भाइयों में सबसे छोटा और हायाघाट सरकारी स्कूल में छठी क्लास का छात्र था। पोस्टमार्टम बाद गांव में शव पहुंचते ही कोहराम मच गया। परिजनों के चीत्कार से मातम छा गया। शव लिपटे मां पार्वती देवी का हाल बेहाल था। वे बार-बार कह रही थी बाबू रे केना छोड़ि क चलि गेलाह। वे बार-बार इतना कह बेहोश हो जा रही थी। पिता उपेंद्र पासवान की भी आंखें बरबस बरस रही थी। वहीं भाई अशोक पासवान, अनिरुद्ध पासवान, प्रमोद पासवान, बहन मन्ती देवी, कलावती देवी, लीला देवी, सोनावती देवी, अंजिला कुमारी अपने भाई के शव से लिपट कर फफक रहे थे। इधर, स्थानीय मुखिया शफीउर्रहमान उर्फ बौआ मियां ने मृतक के परिजन को कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत तीन हजार रुपये दिए। जबकि, सीओ कमल प्रसाद साह ने बताया कि आपदा कोष से मृतक के परिजनों को चार लाख रुपये दिया जाएगा।

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