टैक्स प्रक्रिया को सरल बनाने की जरूरत

दरभंगा। आम बजट को लेकर सभी वर्गाें के लोगों की नजरें केंद्र सरकार पर टिकी हुई है। एक फरवरी को लोकसभा

By Edited By: Publish:Sat, 21 Jan 2017 01:13 AM (IST) Updated:Sat, 21 Jan 2017 01:22 AM (IST)
टैक्स प्रक्रिया को सरल बनाने की जरूरत
टैक्स प्रक्रिया को सरल बनाने की जरूरत

दरभंगा। आम बजट को लेकर सभी वर्गाें के लोगों की नजरें केंद्र सरकार पर टिकी हुई है। एक फरवरी को लोकसभा में पेश होने वाले बजट को ले शहर से गांव तक लोगों के बीच टैक्स में बदलाव को ले चर्चा हो रही है। अधिकांश लोगों का कहना है कि सरकार को वर्तमान टैक्स प्रणाली में सुधार करना चाहिए। टैक्स प्रक्रिया को सरल बनाने की आवश्यकता है।

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कहते हैं लोग

आम बजट की बहुत दिनों से प्रतीक्षा है। अभी तक के बजट से लोगों खासकर व्यापारियों को काफी निराशा हाथ लगी है। टैक्स स्लेब को ढ़ाई लाख से बढ़ाकर चार लाख तक करना चाहिए। वहीं टैक्स की दरों में भी कमी होनी चाहिए। इसमें कमी होने से करदाताओं की संख्या बढ़ेगी। टैक्स की सबसे अधिक मार से मध्यवर्गीय परिवार और व्यासायी प्रभावित होते हैं। सबको ध्यान में रखकर बजट बनाना चाहिए।

पवन कुमार सुरेका अध्यक्ष, प्रमंडलीय वाणिज्य एवं उद्योग परिषद

टैक्स के स्लेब में कमी होनी चाहिए, ताकि लोगों को इसका फायदा मिल सके। इसकी सीमा को ढ़ाई लाख से बढ़ाने की जरूरत है। टैक्स कम होगा तो लोग आगे बढ़कर सरकार आ र विभाग को टैक्स देंगे। टैक्स प्रक्रिया में संशोधन की जरूरत है। टैक्स प्रक्रिया जितनी सरल होगी, व्यापार करने में उतनी ही आसानी होगी।

कुमार संजय, चार्टड एकांउटेंट

सरकार से उम्मीद है कि इस बजट में लोगों को राहत देते है टैक्स का स्लेब ढ़ाई लाख से बढ़ाकर चार लाख तक किया जा सकता है। वहीं सरकार को 80 सीके स्लेब को डेढ़ लाख से बढ़ाकर तीन लाख तक करना चाहिए। नोटबंदी के बाद से बैंकों में बहुत पैसे जमा हैं। जनता को इसका लाभ मिलना चाहिए। जनता मंहगाई की मार से त्रस्त्र है। ऐसे में अगर सरकार की ओर से जनता को राहत मिलनी चाहिए।

विनोद पंसारी

सचिव, मिथिलांचल इंड्रस्ट्रीयल चैम्बर ऑफ कॉमर्सआम लोगों के हितों को ध्यान में रखकर सरकार को बजट बनाना चाहिए। टैक्स का प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लोगों के जीवन पर प्रभाव पड़ता है। टैक्स प्रक्रिया में बहुत सारी जटिलताएं हैं। इसको दूर करने की आवश्यकता है। टैक्स प्रणाली के आसान होने से व्यापार बढ़ेगा। लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। खासकर पिछड़े क्षेत्रों की ओर नजर डालें तो व्यावसायिक ²ष्टिकोण से यह बेहद जरूरी है।

¨पकू महासेठ, कटहलबाड़ी

बजट से लोगों को बहुत सारी अपेक्षाएं हैं। खासकर लोगों को अच्छे दिन लौटने का इंतजार है। टैक्स की जटिलता को दूर करने के लिए सरकार को सार्थक कदम उठाना होगा। टैक्स स्लेब को ढाई लाख से बढ़ाना चाहिए। सरकार अगर आम जनता को राहत नहीं देगी तो लोग ईमानदारीपूर्वक टैक्स कैसे भरेंगे। व्यापारिक रूप से भी व्यवसायियों को इसका लाभ देना चाहिए।

मनोज ढ़ोकानिया, फर्निचर विलेज जीएम रोड

व्यापार करने में बहुत सारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। कई तरह के टैक्सों से कारोबारी परेशान रहते हैं। केंद्र सरकार और राज्य सरकार की ओर से अलग-अलग टैक्स लगाया जाता है। नए लोग व्यापार करने से हिचकिचाते हैं। इस प्रक्रिया को जितना ही सरल बनाया जाएगा, उतनी ही संख्या में लोग व्यापार करने की दिशा में अग्रसर होंगे।

पवन लुहारुका, गुदरी बाजार

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