दावों में फैसला, हाशिए पर हौसला

दरभंगा। सुरक्षित यातायात व्यवस्था दावों में खूब है। लेकिहन, हकीकत कुछ और है। महानगर होते हुए भी समस्

By Edited By: Publish:Thu, 08 Dec 2016 01:38 AM (IST) Updated:Thu, 08 Dec 2016 05:38 PM (IST)
दावों में फैसला, हाशिए पर हौसला

दरभंगा। सुरक्षित यातायात व्यवस्था दावों में खूब है। लेकिहन, हकीकत कुछ और है। महानगर होते हुए भी समस्याओं से जूझ रही दरभंगा शहर की यातायात व्यवस्था के लिए न तो कायदे के कोई मायने हैं और प्रशासनिक फैसले का कोई फल दिखता है। दुर्घटनाओं को रोकने के लिए डिवाइडर हैं, लेकिन यह खतरे की लकीर है। जाम, अतिक्रमण व अवैध पड़ाव शहर की यातायात व्यवस्था की पहचान बन गई है। शहर में कहां-कहां जाम लगता है? अब यह सवाल नहीं है। इसका टका सा उत्तर है, जाम में ही शहर है। वजह की तलाश होती तो सड़क पर अतिक्रमण सबसे बड़ा कारण दिखता है। निजात के लिए प्रशासन बार-बार तनता है। जगता है। हाथ-पांव मारता है। लेकिन, जंग हार जाता है। न जाम से निजात मिलने की उम्मीद लोगों को रह गई है। और न ही सड़क को सड़क रहने देने का सपना कभी साकार हो पाता है। ऐसा लग रहा है कि सड़क से अतिक्रमण हटाने को लेकर अतिक्रमणकारी बनाम प्रशासन के जंग में प्रशासन हारता है। हारता रहा है। और कब तक हारता रहेगा? अभियान की शुरूआत पूरी गर्मी के साथ होती है, लेकिन परिणाम ठंडा हो जाता है। सड़कों पर सजती द कानों को हटाने की कवायद चंद दिनों के लिए हो पाती है। अतिक्रमणकारियों ने भी शायद मान लिया है कि इनके फैसले मंद होंगे ही। फिर तो इनके हौसले बुलंद हो जाते हैं।

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झेल रहे अतिक्रमण का दंश

वैसे तो एक-दो स्थान पर ही अतिक्रमण नहीं है। अमूमन शहर का शायद ही कोई हिस्सा बचा हुआ है जहां अतिक्रमण नहीं है। खासकर, शहर की दोनों मुख्य सड़कों पर अतिक्रमण के कारण हर रोज जाम से जंग के साथ शहर की ¨जदगी कट रही है। लेकिन, बेंता चौक, बाकरगंज, रहमगंज, कादिराबाद बस पड़ाव, लहेरियासराय बस पड़ाव में सड़क पर सजती दुकानों से यातायात व्यवस्था पर ब्रेक सा लग गया है। सबसे हद तो दरभंगा स्टेशन पर है। जहां बीच सड़क पर ही सब्जी मंडी सजती है और सड़क पगडंडी बन जाती है।

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डिवाइडर ही है डेंजर जोनभले ही सड़क दुर्घटनाओं पर रोक के लिए डिवाइडर हों, लेकिन दरभंगा शहर में स्थिति ठीक विपरीत है। डिवाइडर ही दुर्घटना का कारण है। कहने को दोनार, अल्लपट्टी, दरभंगा टावर से लोहिया चौक, दरभंगा टावर से भगत ¨सह चौक व मशरफ बाजार तक डिवाइडर है। जनवरी में अल्लपट्टी व मार्च में दोनार में डिवाइडर से टकराकर दो वाहन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। यह क्रम थमा नहीं। डिवाइडर से टकराने का सिलसिला अनवरत जारी है। वहीं शहर में दो जगहों पर यातायात चेक पोस्ट बनाया गया, लेकिन कभी इसमें किसी जवान को खड़ा नहीं देखा गया।

--------------------------------बयान-----

'प्रशासन गंभीर है। सुरक्षित यातायात सुनिश्चित कराने को हरसंभव कदम उठाए जाएंगे। सड़कों पर अतिक्रमण को हटाया जाएगा। शीघ्र ही बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जाएगा।'

डॉ.चंद्रशेखर ¨सह, जिलाधिकारी, दरभंगा।

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