विश्व एडस दिवस अलग-अलग कार्यक्रम

दरभंगा। विश्व एडस दिवस पर मंगलवार को कई कार्यक्रम का आयोजन किया गया। डीएमसीएच स्थित एआरटी सेंटर द्वा

By Edited By: Publish:Wed, 02 Dec 2015 12:52 AM (IST) Updated:Wed, 02 Dec 2015 12:52 AM (IST)
विश्व एडस दिवस अलग-अलग कार्यक्रम

दरभंगा। विश्व एडस दिवस पर मंगलवार को कई कार्यक्रम का आयोजन किया गया। डीएमसीएच स्थित एआरटी सेंटर द्वारा जागरूकता रैली निकाली गई। रैली में माध्यम से लोगों को एड्स से बचाव, लोगों को एड्स की भ्रांतियां के प्रति लोगों को जागरूक किया गया। वहीं एड्स मरीजों के प्रति लोगों को सहानुभूति से पेश आने की अपील की गई। मौके पर बताया गया कि सरकार एड्स पीड़ित मरीजों के इलाज की सारी व्यवस्था कर रखी है। पीड़ित एआरटी सेंटर पर आकर जांच व इलाज करावें ।इधर, सीएससी केयर स्पोर्ट सेंटर की ओर से जागरूकता अभियान रैली निकाली गई। रैली में एआरटी एवं सीएससी के कर्मियों के साथ एचआईवी पीड़ित मरीज भी शामिल हुए। रैली में लोगों द्वारा एडस जागरूकता के नारे लगाए गए। सीएससी के समन्वयक रजनीश दत्ता ने बताया कि बीमारी से पीड़ित मरीजों को सहानुभूति की आवश्यकता है। यह बीमारी छूआछूत से नहीं फैलती है। मौके पर एआरटी के एसएमओ अनामिका सिन्हा, एमओ मनीष कुमार, आदि भी शामिल थे। रैली के उपरांत एड्स पीड़ित बच्चों को सीएससी की ओर से सहायता प्रदान की गई। वहीं राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई की ओर से इस अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मौके पर लनामिविवि के एनएसएस समन्वयक डॉ. आरएन चौरसिया ने कहा कि एड्स छूने, साथ खाने, रोगी का कपड़ा पहनने आदि से नहीं होता है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि शिक्षक अखिलेश कुमार ने कहा कि एडस असुरक्षित यौन संबंध, संक्रमित सूई, संक्रमित रक्त आदि से होता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रधानाचार्य विद्यानाथ झा ने कहा कि जानकारी ही एडस का बचाव है। मौके पर डॉ. सीमा कुमारी, डॉ. लावण्य कृति ¨सह काव्या, डॉ. बुद्धिनाथ झा, पंखुरी, नेहा ठाकुर, अंशु कुमारी, कविता कुमारी, खुश्बू कुमारी आदि ने अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन डॉ. कन्हैया चौधरी व धन्यवाद ज्ञापन आनंद अंकित ने किया। दरभंगा सेंट्रल स्कूल बंगलागढ़ में जागरूकता दिवस मनाया गया। इस अवसर पर प्राचार्य एके कश्यप ने कहा कि जीवन में सुख की प्राप्ति परिश्रम को अपनाकर ही किया जा सकता है। मौके पर बच्चों ने एडस् के प्रति लोगों को जागरूक किया। कार्यक्रम का संचालन बीएन झा ने किया।

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