कृषि को नई पीढ़ी के लिए संभावनाओं का क्षेत्र बनाने पर जोर

वीर कुंवर सिंह कृषि महाविद्यालय डुमरांव में कृषि क्षेत्र में अधिक प्रगति विषय पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारंभ किया गया। राष्ट्रीय संगोष्ठी में देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं संस्थानों के कृषि वैज्ञानिक और छात्र-छात्राएं भाग ले रहे हैं। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ.एस.पांडे सहायक महानिदेशक भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली रहे।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 15 Mar 2019 06:09 PM (IST) Updated:Fri, 15 Mar 2019 06:09 PM (IST)
कृषि को नई पीढ़ी के लिए संभावनाओं का क्षेत्र बनाने पर जोर
कृषि को नई पीढ़ी के लिए संभावनाओं का क्षेत्र बनाने पर जोर

बक्सर । वीर कुंवर सिंह कृषि महाविद्यालय डुमरांव में कृषि क्षेत्र में अधिक प्रगति विषय पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारंभ किया गया। राष्ट्रीय संगोष्ठी में देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं संस्थानों के कृषि वैज्ञानिक और छात्र-छात्राएं भाग ले रहे हैं। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ.एस.पांडे सहायक महानिदेशक भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली रहे। बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर भागलपुर अधिष्ठाता कृषि डॉ. रेवती रमण सिंह ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस  मौके पर डुमरांव राज परिवार के युवराज चंद्र विजय सिंह उपस्थिति थे।

महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.अजय कुमार ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन कर किया गया। राष्ट्रीय संगोष्ठी सारांश पुस्तिका स्मारिका का विवेचन  मुख्य अतिथियों द्वारा किया गया। प्राचार्य ने कहा कि देश भर के कृषि वैज्ञानिकों के शोध पत्र कृषि के क्षेत्र में हो रहे नवीनतम शोधों से किसानों को जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। वैज्ञानिकों के मार्गदर्शन और सहयोग से इसे सफल बनाया जा सकेगा। मुख्य अतिथि डॉ.प्रवीण तकनीकी की उपयोगिता आधारभूत आवश्यकता है। जो महाविद्यालय को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा प्रदान कर दी गई है। महाविद्यालय के छात्र एवं सदस्यों से कहा कि उनके लिए संभावनाओं का बड़े दरवाजे हमेशा खुले हैं। महाविद्यालय की उपलब्धियों को देखते हुए भविष्य में पीजी की पढ़ाई संभव है।  गोविद नारायण विश्वविद्यालय ने किसानों के हित और युवाओं को कृषि के महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि कृषि के क्षेत्र में अपार संभावनाएं है। इस सेमिनार में 3 दिनों में कुल 8 तकनीकी सत्र आयोजित किए जाएंगे। भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान नई दिल्ली के डॉ.वीके सिंह द्वारा बनारस हिदू विश्वविद्यालय के शीशा परियोजना की व्यापक चर्चा की गई। कार्यक्रम में विभिन्न विश्वविद्यालय छात्र-छात्राओं ने संगोष्ठी के विषय पर प्रदर्शन किया। महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। मंच का संचालन उद्यान विज्ञान विभाग की सहायक प्राध्यापक डॉ.नीतू कुमारी ने की। सेमिनार के आयोजन में कृषि कॉलेज डुमरांव के प्रोफेसर डॉ.पवन शुक्ला  तथा डॉ.सुदय प्रसाद  का अहम योगदान रहा। संगोष्ठी के दौरान मौके पर नाबार्ड के सहायक महाप्रबंधक रंजीत कुमार सिन्हा एवं गोपाल नारायण सिंह, विश्वविद्यालय जमुहार सासाराम के निदेशक गोविद नारायण सिंह समेत कृषि महाविद्यालय के समस्त छात्र-छात्राएं एवं अन्य कर्मी उपस्थित रहे।

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