टिकटों की टिकटिक: वर्षों से भुलाए समाजसेवी घूम रहे गांव की गली-गली

संवाद सहयोगी ब्रह्मपुर(बक्सर) चुनाव आया तो पुराने रिश्तों पर चढ़ी धूल की परतें उतरने लगी

By JagranEdited By: Publish:Mon, 28 Sep 2020 01:14 PM (IST) Updated:Tue, 29 Sep 2020 05:13 AM (IST)
टिकटों की टिकटिक:  वर्षों से भुलाए समाजसेवी घूम रहे गांव की गली-गली
टिकटों की टिकटिक: वर्षों से भुलाए समाजसेवी घूम रहे गांव की गली-गली

संवाद सहयोगी, ब्रह्मपुर(बक्सर) : चुनाव आया तो पुराने रिश्तों पर चढ़ी धूल की परतें उतरने लगी है। क्योंकि नया पॉलिश चढ़ाने का यह मुफीद समय भी तो है। वैसे तो नामांकन में अभी कुछ दिनों का वक्त है, लेकिन क्षेत्र में पैराशूट से उतरे नेताओं की बाढ़ सी आ गई है। वर्षों के भुलाए स्वयंभू समाजसेवी अभी गांव की गलियों की खाक छान रहे हैं।

वैसे तो ब्रह्मपुर विधानसभा क्षेत्र से राजग गठबंधन में यहां से भाजपा चुनाव लड़ती रही है। लेकिन इस बार भगवा वस्त्रधारी नेताओं के साथ जदयू के नेता भी क्षेत्र भ्रमण खूब कर रहे हैं। इस सीट पर अपने दावे को मजबूत बताते हुए मुख्यमंत्री का आशीर्वाद मिलने का तर्क दे रहे हैं। फिलहाल, ब्रह्मपुर सीट से राजद के शंभूनाथ यादव विधायक हैं। इसके बावजूद राजद के कई नेता भी यहां की खाक छानते दिख रहे हैं। इस पर वे जनता की नाराजगी का हवाला दे रहे हैं। वे लोग हाइकमान से गुहार लगा रहे हैं। इसके साथ ही वे अपनी संभावित उम्मीदवारी को लेकर क्षेत्र में विजय रथ घुमा कर अपनी प्रबल दावेदारी भी पेश कर रहे हैं। राजद से बसपा में गए एक नेता फिर से टिकट पाने की जुगत में लगे हैं। उनके समर्थक भी क्षेत्र की उपेक्षा का हवाला दे रहे हैं। आम दिनों में कभी नजर नहीं आने वाले ऐसे कुछ नेताओं को देखकर मतदाता सवाल भी कर रहे हैं। हालांकि, जनता के सवालों का जवाब देने के बदले ऐसे नेता गांव में मुहिम चलाने के बाद सोशल साइट पर सक्रिय होकर जनता के आशीर्वाद का दावा कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि इनमें कई ऐसे भी हैं, जिन्हें पार्टी का सिबल नहीं मिला तो अन्य छोटी पार्टियों या निर्दलीय भी किस्मत आजमा सकते हैं।

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