कोरानसराय में कांव नदी की पुलिया ध्वस्त, परिचालन ठप

बक्सर ब्रह्मपुर-सरेंजा मुख्य सड़क पर स्थित कोरानसराय में कांव नदी पर निर्मित ब्रिटिश हुकूम

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Jul 2020 05:15 PM (IST) Updated:Tue, 07 Jul 2020 05:43 PM (IST)
कोरानसराय में कांव नदी की पुलिया ध्वस्त, परिचालन ठप
कोरानसराय में कांव नदी की पुलिया ध्वस्त, परिचालन ठप

बक्सर : ब्रह्मपुर-सरेंजा मुख्य सड़क पर स्थित कोरानसराय में कांव नदी पर निर्मित ब्रिटिश हुकूमत के दौरान निर्मित पुलियां ओवरलोडिग ट्रकों के परिचालन से सोमवार की शाम ध्वस्त हो गई। जिसके चलते इस मार्ग पर वाहनों का परिचालन ठप हो गया है। किसी तरह मोटरसाइकिल और ऑटो चालक साइड से निकल रहे हैं। लेकिन, इस सड़क पर सफर और भी खतरनाक हो गया है। जानकारों की मानें तो यह नैनीजोर सरेंजा मार्ग कोरानसराय में डुमरांव-बिक्रमगंज एनएच-120 को जोड़ते हुए मठिला और नारायणपुर होते हुए सरेंजा तक जाती है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सोमवार को ओवरलोड ट्रकों का परिचाल हो रहा था। इसी बीच पुलिया पर दबाव अधिक होने से पुलिया बीच में ही धंस गई। यह तो गनीमत रही कि ट्रक चालक किसी तरह ओवरलोड ट्रक को बाहर निकाल लिया। सनद रहे कि कुछ दिन पूर्व भी पुलिया ध्वस्त हो गई थी। तब इलाकाई लोगों की शिकायत पर विभागीय अधिकारियों द्वारा ईंट के टुकड़े डालकर गड्ढा भर दिया गया। लेकिन, पुन: पुलिस धंसने से लोगों का संपर्क भंग हो गया है। - कांव नदी के किनारे चलता है बालू कटाई का खेल पिछले कई वर्षों से डुमरांव नगर में सुबह आठ बजे से शाम आठ बजे तक नो इंट्री के चलते भारी वाहनों का परिचालन बंद है। ऐसी स्थिति में 50 से 90 टन तक ओवरलोड बालू लेकर चलनेवाले ट्रकचालक कोरानसराय कांव नदी के किनारे बालू कटिग का खेल खेलते हैं। यहां से लोडिग कर नहर मार्ग के रास्ते कृष्णाब्रह्म अथवा बगेन होते हुए ब्रह्मपुर से उच्च पथ होकर जिला मुख्यालय को निकल जाते हैं। यह प्रक्रिया कई वर्षों से चली आ रही है। जानकार सूत्रों की मानें तो इसमें अधिकारियों की मिलीभगत भी रहती है। - पैसा वसूली की शिकायत पर पुलिस मौन ओवरलोड बालू ढुलाई के संबंध में एक पुलिस अधिकारी का कहना है कि पुलिस पर ओवरलोड ट्रकों से पैसा वसूली का आरोप लगने के बाद वरीय अधिकारियों द्वारा इस मामलें में मौन रहने की हिदायत दी गई हैं। वहीं, नाम नहीं छापने की शर्त पर ट्रक चालकों ने बताया कि सोन नदी से लगायत यहां तक पहुंचने में कई जगहों पर नजराना देने के बाद निकलने के लिए इजाजत मिलती है। अब मामला चाहे जो भी हो, लेकिन 50 से 90 टन तक ओवरलोड बालू ढुलाई से नवनिर्मित सड़कें दरक रही हैं। - कहते हैं ग्रामीण कोरानसराय निवासी दयाशंकर तिवारी, भोला तिवारी, मो. सैंपल अंसारी, हलचल प्रसाद, नंदजी प्रसाद, विजय कुमार सिंह, मोहनजी तिवारी, रामजी सिंह, अधिवक्ता सुरेंद्र कुमार सिंह और छोटे तिवारी सहित कई ग्रामीणों ने बताया कि इस मुख्य मार्ग पर प्रतिदिन सैकड़ों भारी वाहनों का परिचालन होता है। अब पुलिया ध्वस्त होने से दर्जनों गांवों का संपर्क भंग हो सकता है।

chat bot
आपका साथी