झारखंड में पांच लोगों को गोली मार भागा वांटेड सिरफिरा RPF जवान बिहार से गिरफ्तार

झारखंड में एक सिरफिरे जवान ने एक ही परिवार के पांच लोगों को गोली मार दी थी और फरार हो गया था। सिरफिरे जवान को आज बिहार के भोजपुर जिले से गिरफ्तार किया गया है।

By Kajal KumariEdited By: Publish:Sat, 21 Mar 2020 01:58 PM (IST) Updated:Sat, 21 Mar 2020 04:12 PM (IST)
झारखंड में पांच लोगों को गोली मार भागा वांटेड सिरफिरा RPF जवान बिहार से गिरफ्तार
झारखंड में पांच लोगों को गोली मार भागा वांटेड सिरफिरा RPF जवान बिहार से गिरफ्तार

भोजपुर, जेएनएन। झारखंड के रामगढ़ जिले के बरकाकाना रेलवे कॉलोनी  में करीब आठ महीने पहले एक रेलकर्मी के परिवार के पांच लोगों को घर में घुसकर गोली मारे जाने के मामले में वांछित आरपीएफ जवान पवन कुमार सिंह को शनिवार को बिहार के भोजपुर जिले के तरारी थाना के करथ गांव से गिरफ्तार किया गया है।उसने जिस पिस्तौल से गोली मारी थी उस सर्विस पिस्टल को भी जब्त कर लिया गया है। 

वह मूल रूप से तरारी थाना क्षेत्र के करथ गांव का निवासी है। अगस्त 2019 में झारखंड के रामगढ़ जिले के बरकाकाना ओपी अंतर्गत रेलवे कॉलोनी में शराब के नशे में धुत आरपीएफ जवान पवन कुमार सिंह ने एक रेलकर्मी के परिवार के पांच लोगों को घर में घुसकर गोली मार दी थी। जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी। वारदात के बाद से ही पवन फरार चल आ रहा था। उसे झारखंड पुलिस तलाश रही थी और उसके घर की कुर्की भी की गई थी।

मृत रेलवे कर्मी अशोक राम का परिवार मूल रूप से  बिहार के औरंगाबाद जिला का था औऱ सभी बरकाकाना रेलवे कालोनी में रहते थे। पवन ने घर के मालिक अशोक राम, उसकी पत्नी लीलावती, शादीशुदा पुत्री वर्षा देवी पुत्र संजय राम और एक पुत्री सुजाता कुमारी को 17 अगस्त 2019 को घऱ में घुसकर गोली मार दी थी, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी। घटना को अंजाम देने के बाद पवन फरार था। 

 ये थी घटना

बरकाकाना रेलवे कॉलोनी में रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के जवान पवन कुमार सिंह ने रात आठ बजे रेलवे पोर्टर अशोक राम के घर में घुस कर परिवार के पांच लोगों को गोली मार दी थी। गोली लगने से अशोक राम, उनकी पत्नी लीला देवी व गर्भवती बेटी मीना देवी की मौत हो गयी। जबकि बेटी सुमन देवी और बेटा संजय राम गंभीर रूप से घायल हो गये।  

हमले में अशोक राम की छोटी बेटी रजनी बाल-बाल बच गयी। घटना को अंजाम देने के बाद पवन सिंह पिस्टल लहराते हुए भाग निकला। वहीं, फायरिंग की आवाज सुन कर आसपास के लोग अशोक राम के घर पहुंचे और सभी को रेलवे अस्पताल ले गये थे। 

हमले में बची रजनी उर्फ प्रियंका ने पुलिस को बताया कि उसके घर के सामने ही पवन कुमार सिंह रहता है और उसी के यहां से दूध लेने आता था। शनिवार रात में भी पवन दूध लेने आया था। इसी दौरान पिता अशोक राम से उसकी बकझक हो गयी थी। तब पिता ने दूध देने से इनकार कर दिया था। जिसके बाद पवन ने पिस्टल निकाल कर पिता, मां, दो बहनों और भाई को गोली मार दी थी। 

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