दो सगे भाइयों समेत चार को गोली मारी ,एक की मौत

भोजपुर जिले के संदेश थाना क्षेत्र के सुरुंगापुर गांव में शुक्रवार की सुबह दो सगे भाइयों समेत चार लोगों को गोली मार दी गई।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 02 May 2020 09:28 PM (IST) Updated:Sat, 02 May 2020 09:28 PM (IST)
दो सगे भाइयों समेत चार को गोली मारी ,एक की मौत
दो सगे भाइयों समेत चार को गोली मारी ,एक की मौत

आरा। भोजपुर जिले के संदेश थाना क्षेत्र के सुरुंगापुर गांव में शुक्रवार की सुबह दो सगे भाइयों समेत चार लोगों को गोली मार दी गई। जिसमें एक की मौत हो गई। जबकि, गोली लगने से तीन लोग जख्मी हो गए। इसमें एक की हालत गंभीर है। पिस्टल के बट और डंडे से पिता और पुत्र को भी चोटें आई है। घटना के मूल में भूमि विवाद की बात सामने आ रही हैं। मृतक 40 वर्षीय संजय कुमार सिंह सुरूंगापुर निवासी बालेश्वर सिंह का पुत्र बताया जाता हैं । वह जीओ मोबाइल कंपनी में डिजिटल रिपेयर स्पेशलिस्ट था। पुलिस ने पांच नामजद आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या में प्रयुक्त 7.65 एमएम का दो पिस्टल और एक देसी कट्टा भी बरामद कर लिया गया है। मौके से तीन खोखा भी मिला है। मृतक के घायल भाई कर्णवीर ने 10 के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है। कांड में संलिप्त पांच अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। घटना सुबह करीब सात बजे की है ।

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जमीन में हिस्सेदारी को लेकर विवाद ने तूल पकड़ा

विष्णु भगवान सिंह कुल पांच भाई थे। जिसमें दो भाइयों चन्द्र भान सिंह और बालेश्वर सिंह की मौत हो चुकी है। चन्द्रभान सिंह को कोई संतान नहीं थी। दस साल पहले उनकी मौत हो गई थी। इस दौरान उनकी संपत्ति को लेकर चार भाइयों के परिवार के बीच करीब दस साल से विवाद चला आ रहा है। मामला कोर्ट तक गया था। एक पक्ष को डिग्री भी मिली थी।

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बीच-बचाव करने पर अंधाधुंध कर की फायरिग

पहले एक पक्ष के हथियार बंद आरोपियों ने संजय सिंह के ऊपर हमला कर दिया। जिसमें पीठ के भाग में गोली लगने से संजय सिंह की मौत हो गई। जबकि, मृतक का भाई कर्णवीर सिंह, चाचा विष्णु भगवान सिंह , कांति देवी, पुत्र सोनू सिंह गोली लगने से घायल हो गए। इलाज के लिए आरा शहर के बाबू बाजार स्थित डॉ. विकास सिंह के अस्पताल में लाया गया। बाद में सूचना मिलने पर संदेश थाना थानाध्यक्ष सुदेह कुमार दल-बल के साथ वहां पहुंच गए।

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तीन घायलों में एक की हालत नाजुक

हमले में घायल मृतक संजय के छोटे भाई कर्णवीर सिंह को जांघ , चचेरे भाई सोनू सिंह उर्फ क्षत्रबली सिंह को सीना और कांति देवी को शरीर के पिछले भाग में गोली लगी है। इसमें सोनू की हालत चिताजनक बताई जा रही है हमले में विष्णु भगवान सिंह और उनके पुत्र टिकू को लाठी-डंडे से हमले में सिर में चोटें आई है।

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फोन से बुलाकर गोली मारने का आरोप

सुरूंगापुर निवासी संजय सिंह आरा शहर के कतीरा स्थित जीओ मोबाइल कंपनी के आफिस में काम करता था। परिवार समेत बाजार समिति में आवास लेकर रहता था। घायल के भाई कर्णवीर सिंह ने बताया कि आरोपी चचेरे भाइयों ने फोन कर उसके बड़े भाई संजय सिंह को आरा से बुलाया था। इसके बाद उन्हें गोली मार दी। बीच बचाव करने पर उन्हें भी गोली मारी गई। इधर,पति की हत्या के बाद पत्नी सोनी देवी का रो-रोकर बुरा हाल था। एक बेटा दीपक और एक बेटी सोहानी के सिर से पिता का साया उठ गया है। आसपास के लोग ढांढस बंधाने में लगे हुए थे।

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तीन भाइयों में बड़ा था संजय, मोबाइल कंपनी में करता था काम

संदेश के सुरूंगापुर गांव निवासी स्व.बालेश्वर सिंह को कुल दो बेटी के अलावा तीन पुत्र थे। जिसमें संजय सिंह बड़ा था। जबकि, मांझिल भाई कर्नवीर सिंह जिदगी और मौत से जूझ रहा है। बुजुर्ग मां को दो पुत्र कर्नवीर और छोटा रंजीत सिंह ही सहारा बच गए हैं। पति को वह पहले ही खो चुकी थी।

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पंचायती के बहाने बाहरी तत्वों को भी बुलाए थे

हमले में घायल टिकू सिंह ने बताया उसके चाचा रामजी सिंह के दो लड़के मंजय और विजय सिंह दानापुर, पटना में रहते हैं। शुक्रवार को पंचायती होनी थी। लेकिन, उसके चचेरे भाइयों ने साजिश के तहत उदवंतनगर के खलिसा और पियनिया गांव से अपने रिश्तेदारों एवं करीबियों को बुलाया था। इस दौरान पंचायती के पहले उसके भाई संजय सिंह उलझ गए। बाद में गोली मार दी गई। बाद में बीच-बचाव करने पर पिस्टल से ताबड़तोड़ फायरिग शुरू कर दी गई। जिसमें संजय सिंह की मौत हो गई। उसके भाई सोनू सिंह और मां कांति देवी के अलावा चचेरे भाई कर्नवीर को गोली मार दी गई। जबकि, पिस्टल के बट से वह और उसके पिता विष्णु भगवान सिंह घायल हो गए। बाद में सभी को इलाज के लिए आरा लाया गया।

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10 के विरुद्ध नामजद एफआईआर

इधर, मृतक संजय कुमार सिंह के छोटे कर्णवीर सिंह के बयान पर संदेश थाना में दर्ज प्राथमिकी में सुरूंगापुर निवासी अपने चाचा गेनधारी सिंह उर्फ ज्ञानधारी सिंह, रामजी सिंह ,चचेरे भाई विजय सिंह, मंजय सिंह,रामजी सिंह की पत्नी जानकी देवी, विजय सिंह की पत्नी पिकी देवी, मंजय सिंह की पत्नी निक्की देवी, उदवंतनगर के पियनिया निवासी राजू सिंह, खलीसा गांव निवासी शारदा सिंह तथा उसके पुत्र रघुवीर सिंह को नामजद आरोपी बनाया गया है। जिसके आधार पर पुलिस ने ज्ञानधारी सिंह उर्फ गेनधारी सिंह, रामजी सिंह, उसकी पत्नी जानकारी देवी, उदवंतनगर के खलीसा निवासी शारदानंद सिंह तथा पियनिया निवासी राजू सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार राजू सिंह के पास 7.65 एमएम का एक पिस्टल, एक गोली तथा रामजी सिंह के घर से एक 7.65 एमएम का एक पिस्टल, एक डबल बैरल का देसी कट्टा और एक खोखा बरामद किया गया है । एसपी सुशील कुमार के अनुसार मौके से बाइक भी जब्त की गई है। वारदात के बाद सदर एसडीपीओ अजय कुमार के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई थी। जिसके बाद टीम ने छापेमारी कर दस नामजद आरोपियों में से पांच को तत्काल गिरफ्तार कर लिया । कुल दो पिस्टल और एक देसी कट्टा बरामद किया गया है। दर्ज प्राथमिकी म़े घायल ने रामजी सिंह और गेनधारी सिंह पर ललकारने एवं विजय सिंह और मंजय सिंह समेत आन्य पर पिस्टल और देसी कट्टा से लैस होकर अंधाधुंध फायरिग किए जाने का आरोप लगाया है।

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