खेतों में पराली जलाने वाले 22 किसानों का निबंधन किया गया रद

तरारी प्रखंड के किसानों द्वारा खेतों में पराली जलाने के चलते काफी संख्या में चमगादड़ों की मौत हो गई। सूचना मिलते ही जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा ने तरारी प्रखंड के सभी गांवों में सघन अभियान चलाकर खेतों में पराली जलाने वाले किसानों को चिह्नित करने का आदेश जिला कृषि पदाधिकारी संजय नाथ तिवारी को दिया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 May 2020 10:36 PM (IST) Updated:Thu, 28 May 2020 06:07 AM (IST)
खेतों में पराली जलाने वाले 22 किसानों का निबंधन किया गया रद
खेतों में पराली जलाने वाले 22 किसानों का निबंधन किया गया रद

आरा। तरारी प्रखंड के किसानों द्वारा खेतों में पराली जलाने के चलते काफी संख्या में चमगादड़ों की मौत हो गई। सूचना मिलते ही जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा ने तरारी प्रखंड के सभी गांवों में सघन अभियान चलाकर खेतों में पराली जलाने वाले किसानों को चिह्नित करने का आदेश जिला कृषि पदाधिकारी संजय नाथ तिवारी को दिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला कृषि पदाधिकारी ने अभियान चलाकर 22 किसानों को चिह्नित किया। पराली जलाने वाले इन सभी किसानों का निबंधन कृषि विभाग के पोर्टल से तीन वर्षों के लिए रद्द करने की अनुशंसा की गई। निबंधन रद्द होने के उपरांत सभी किसान बीज अनुदान, यंत्र अनुदान, इनपुट सब्सिडी, डीजल अनुदान, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अलावें अन्य योजनाओं से वंचित कर दिए जाएंगे। बता दें कि पराली जलाने के मामले में जिन किसानों की पहचान की गई है। उसमें जितेन्द्र सिंह, शांति देवी, हरेराम दुबे, बरमेश्वर ठाकुर, धनंजय श्रीवास्तव, राजेश सिंह, कुंती देवी, लालो देवी, प्रिया देवी, हेवंती देवी, चन्द्रलोक गोस्वामी, सुरेन्द्र सिंह, अनिता देवी, राम पुकार सिंह, रामजी गुप्ता, सबीता देवी, सोनू कुमार, शनिचरा देवी, खुशबू देवी, राधिका देवी, कलिकांत राय और शकुंतला देवी शामिल हैं।

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