... अब बटन दबाते ही पांच मिनट में भर जाएगी ट्रेन कोच की पानी टंकी

भागलपुर रेलवे जंक्शन के रेलवे यार्ड में कंप्यूटराइज्ड पेयजल आपूर्ति संयत्र लगा दिया गया है। यार्ड कर्मियों को कोच में पानी भरने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। वहीं जल की बर्बादी भी नहीं होगी। भागलपुर में कई ट्रेनों का रखरखाव यार्ड में ही होता है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Wed, 21 Oct 2020 09:23 AM (IST) Updated:Wed, 21 Oct 2020 09:23 AM (IST)
... अब बटन दबाते ही पांच मिनट में भर जाएगी ट्रेन कोच की पानी टंकी
अभी ट्रेन के 24 कोच की पानी टंकी मैनुअल तरीके से पानी भरा जाता है।

भागलपुर, जेएनएन। भागलपुर से चलने वाली ट्रेन कोच की टंकी में अब पांच मिनट में ही पानी भर जाएगा। भागलपुर यार्ड में हाई प्रेशर वाले आधा दर्जन मशीनें लगाई गई है। यह मशीन कंप्यूटराइज्ड सिस्टम से ऑपरेट होगा। बटन दबाते ही कोचों की टंकी में पानी की आपूर्ति हो जाएगी। कल तक जहां 24 कोचों में पानी भरने में डेढ़ से दो घंटे लगते थे। पर, अब कर्मियों का समय बर्बाद नहीं होगा। वहीं, ट्रेन के रखरखाव में भी ज्यादा समय नहीं लगेगा। दरअसल, भागलपुर से चलने वाली विक्रमशिला एक्सप्रेस, सूरत एक्सप्रेस, एलटीटी एक्सप्रेस, अंग एक्सप्रेस, इंटरसिटी एक्सप्रेस, अमरनाथ एक्सप्रेस सहित कई ट्रेनों का रखरखाव यार्ड में ही होता है। अभी ट्रेन के 24 कोच की पानी टंकी मैनुअल तरीके से पानी भरा जाता है। रेलवे ने पहली बार इतने उच्च तकनीक पर आधारित मोटर पंप सेट किया है। इस मशीन की खासियत है कि कोच की टंकी में कितना पानी की जरूरत है। सभी का डाटा भी रिकार्ड करेगा। इससे कर्मियों को राहत मिलेगी। साथ ही समय की बचत होगी।

हाइटेक रेलवे यार्ड मार्च तक होगा तैयार

एलएचबी रैक वाले ट्रेनों के रखरखाव के लिए जंक्शन पर बन रहे पूर्वी भारत का हाइटेक रेलवे यार्ड मार्च तक बनकर तैयार हो जाएगा। यार्ड निर्माण का काम 70 फीसद तक पूरा कर लिया गया है। इस यार्ड के बनने से जंक्शन पर पिट लाइन की संख्या बढ़कर छह हो जाएगी। इससे काफी हद तक ट्रेनों के रखरखाव के लिए ज्यादा परेशान नहीं होना पड़ेगा। वहीं, जगदीशपुर हॉल्ट के पास सात नए पिट लाइन का निर्माण भी होना है। रेलवे की ओर से इसके लिए सर्वे का काम भी शुरू कर दिया गया है। सर्वे टीम ने इसकी जांच रिपोर्ट मालदा रेल मंडल से लेकर जोनल मुख्यालय भेज दिया है। जोनल मुख्यालय से इस पर जल्द ही सहमति मिलने की उम्मीद है। यात्रियों को इससे सुविधा होगी।

chat bot
आपका साथी