छात्रों ने ITI की पुनर्परीक्षा का किया विरोध, परीक्षा बहिष्कार कर सड़कों पर उतरे छात्र, किया बवाल

भागलपुर के विभिन्न केन्द्रों पर आइटीआइ द्वितीय और तृतीय सेमेस्टर की हो रही पुनर्परीक्षा का मंगलवार को छात्रों ने बहिष्कार कर दिया। परीक्षार्थियों ने शहर में प्रदर्शन भी किया।

By Dilip ShuklaEdited By: Publish:Tue, 23 Oct 2018 03:23 PM (IST) Updated:Tue, 23 Oct 2018 11:03 PM (IST)
छात्रों ने ITI की पुनर्परीक्षा का किया विरोध, परीक्षा बहिष्कार कर सड़कों पर उतरे छात्र, किया बवाल
छात्रों ने ITI की पुनर्परीक्षा का किया विरोध, परीक्षा बहिष्कार कर सड़कों पर उतरे छात्र, किया बवाल

भागलपुर (जेएनएन)। जिले के छह केंद्रों पर मंगलवार से शुरू होने वाली आइटीआइ द्वितीय और तृतीय सेमेस्टर की पुनर्परीक्षा का छात्रों ने बहिष्कार कर दिया और शहर में जगह-जगह सड़क जाम जमकर बबाल काटा। परीक्षा का बहिष्कार कर उग्र प्रदर्शन कर रहे परीक्षार्थियों का कहना था कि जब परीक्षा पहले हो चुकी है तो फिर से पुनर्परीक्षा क्यों ली जा रही है। इसका कारण पहले सरकार और प्रशासन हमें कारण बताएं। आक्रोशित छात्रों का आरोप है कि सरकार शिक्षा के प्रति गंभीर नहीं है। बिहार के छात्रों के साथ ही अन्याय हो रहा है। फिर से परीक्षा देने में छात्र.छात्राओं को काफी परेशानी होती है। सरकार और प्रशासन को इस बात को समझनी चाहिए।

जानकारी के अनुसार इतना कुछ बबाल होने के बाद भी झुनझुनवाला बालिका इंटर विद्यालय केंद्र पर प्रथम पाली में तृतीय सेमेस्टर पेपर-3 इंजीनियरिंग ड्राइंग की परीक्षा में विद्यार्थी शरीक हुए पर द्वितीय पाली में द्वितीय सेमेस्टर की होने वाली ट्रेड थ्योरी विषय की परीक्षा देने कोई विद्यार्थी किसी भी केंद्र पर नहीं आए। बता दें कि यह परीक्षा मारवाड़ी पाठशाला, जिला स्कूल, राजकीय बालिका इंटर विद्यालय, मोक्षदा बालिका इंटर विद्यालय, झुनझुनवाला बालिका इंटर विद्यालय सहित उर्दू बालिका विद्यालय आसानंदपुर केंद्र पर होना था।

पुनर्परीक्षा के विरोध में आक्रोशित छात्र सड़कों पर उतर आए। परीक्षार्थियों ने खलीफाबाग चौक, असानंदपुर चौक, नयाबाजार चौक, घंटाघर आदि को जाम कर दिया। छात्र प्रशासन और सरकार के विरोध में नारेबाजी करने लगे। छात्रों ने तोडफ़ोड़ भी की। सुबह 9 बजे से ही प्रदर्शन जारी था। छात्रों ने घंटाघर चौक पर टायर जलाकर सड़क जाम कर दिया। पुलिस को छात्रों से निपटने के लिए बल प्रयोग करना पड़ा।

आइटीआइ छात्रों ने पांच घण्टे शहर में काटा बवाल पुलिस ने बल प्रयोग कर हटाया जाम
प्रदर्शनकारियों ने महिलाओं और राहगीरों को भी नहीं बख्सा, सड़क जाम कर उन्हें गाड़ी से पैदल पांव जाने को विवश कर दिया। इस दौरान निजी स्कूलों के वाहन भी नहीं चली। जिससे बच्चों को स्कूल से छुट्टी वक्त घर लौटने में परेशानी हुई। उसे भी जगह जगह जाम का सामना करना पड़ा। जब पुलिस प्रदर्शनकारी छात्रों को समझाने में खुद को असफल महसूस करने लगी तो उन्हें विवश होकर कइ्र्र जगह बल प्रयोग के लिए लाठी चार्ज करना पड़ा। तब जाकर प्रदर्शनकारी वहां से हटे । यह सिलसिला सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक चलता रहा।

बवाल के दहशत से बंद रही कई इलाकों में दुकानें
असानंदपुर (एनएच-80) और नया बाजार चौक पर करीब 8.30 बजे से छात्रों का जमावड़ा शुरू हो गया। पहले तो छात्रों ने सड़क पर खड़े होकर नारेबाजी की। मगर धीरे-धीरे यह बड़ा रुप लेता चला गया। जैसे जैसे दिन चढऩे लगा छात्रों का प्रदर्शन उग्र रूप लेने लगा। 10 बजे तक छात्रों ने जाम स्थल पर सड़क किनारे लगे होर्डिंग से बैरिकेडिंग कर दी। छात्रों का प्रदर्शन उग्र होता देख घंटाघर, खलीफाबाग, नया बाजार, असानंदपुर, पटल बाबू रोड समेत अन्य कई इलाकों में दुकानें धड़ाधड़ बंद हो गई। जब उपद्रव शांत हुआ तब दुकानें शाम में धीरे-धीरे खुली।

दिन भर शहर में रेंगने को मजबूर रही गाडिय़ां
छात्रों के उपद्रव के कारण शहर पूरे शहर में गाडिय़ों की लंबी कतार लग गई। शहर के सभी गली कूची वाले शार्ट कट रास्तों में भी ऑटो, बाइक समेत अन्य छोटे वाहन बुरी तरह फंस गए थे। लोग मुख्य रास्ता छोड़कर गली वाला रास्ता चुन रहे थे। मगर शहर के मुख्य मार्गों में जाम के कारण सभी बुरी तरह फंसते जा रहे थे। जाम का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि लोगों को पैदल भी पार करने में परेशानी हो रही थी। ऐसे में कई लोगों से छात्रों का विवाद भी हुआ। मगर छात्र किसी कीमत पर नहीं माने और जाम लगाए रखा।

पुलिस नहीं करती थी सख्ती तो बढ़ सकता था बवाल
सड़क जाम कर रहे छात्रों के खिलाफ यदि पुलिस सख्ती नहीं करती तो बवाल बढऩे की पूरी संभावना थी। घंटाघर, असानंदपुर और नया बाजार इलाके से आने जाने में होने वाली परेशानी को लेकर स्थानीय लोग भी गोलबंद हो रहे थे। उन लोगों ने छात्रों से लोगों के परेशानी के बारे में बताते हुए कई बार जाम हटाने को कहा। बावजूद वे नहीं माने। ऐसे में स्थानीय लोगों में भी इस बात का गुस्सा था कि छात्रों की परीक्षा रद हुई तो इसमें शहर के लोगों का क्या दोष है।

13 आंदोलनकारी गिरफ्तार 
उपद्रव के आरोप में पुलिस ने विभिन्न जाम स्थल से 13 आंदोलनकारियों को गिरफ्तार किया है। इसमें भागलपुर, नवगछिया, मधेपुरा, लखीसराय, कटिहार जिलों के छात्र हैं। पुलिस ने ने नामजद के अलावा सैंकड़ों अज्ञात छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
1. इम्तियाज, खिरीबांध, जगदीशपुर
2. सौरभ कुमार, अम्बा, शाहकुंड
3. आशीष कुमार, गनगनियां फतेहपुर, सुल्तानगंज
4. संजीव कुमार, जहुआ पट्टी, कुमार खंड, मधेपुरा
5. मु. गुफरान आलम, रंगरा, नवगछिया
6. सन्नी कुमार, महेशपुर, पीरी बाजार, लखीसराय
7. दीप रंजन, चांदपुर, फलका, कटिहार
8. राकेश कुमार, ओलापुर, पीरपैंती
9. सकूर आलम, बबुआ कोल, बरारी, कटिहार
10. वृष कुमार, नया टोला, नवगछिया
11. विशाल कुमार, बलहा नारायणपुर, बिहपुर नवगछिया
12. अभिषेक कुमार, परबत्ती, भागलपुर

पुलिस से नोंक-झोंक
-आइटीआइ के विद्यार्थियों ने पुनर्परीक्षा का किया बहिष्कार
-शहर के चार अलग-अलग चौराहों पर सड़क जाम कर काटा बवाल, आगजनी भी की
-जाम से शहर में पांच घंटे तक अफरा-तफरी की बनी रही स्थिति
-स्कूली बच्चों सहित राहगीरों को आवाजाही में हुई परेशानी
-वार्ता विफल होने पर पुलिस ने किया बल प्रयोग, तब भाग खड़े हुए छात्र, स्थिति हुई सामान्य
-छह में से मात्र एक केंद्र पर प्रथम पाली में हो पाई तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा

आइटीआइ के छात्रों ने पहले से बना रखी थी परीक्षा बहिष्कार की योजना
मंगलवार से जिले के छह केंद्रों पर आइटीआइ द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ सेमेस्टर की पुनर्परीक्षा शुरू होने वाली थी। छात्रों ने पूर्व से ही इसके बहिष्कार करने की योजना बना रखी थी। यहां के निजी सहित सरकारी संस्थानों में राज्य के विभिन्न जिलों के पढऩे वाले छात्र शहर पहुंचे और परीक्षा शुरू होने के आधा घंटा पूर्व सुबह नौ बजे से मारवाड़ी पाठशाला परीक्षा केंद्र के बाहर जमा हो गए। यहां सड़क जाम कर परीक्षा का बहिष्कार शुरू कर दिया। यहां से आगे बढ़े प्रदर्शनकारी छात्रों ने घंटाघर चौक के पास एनएच 80 को जाम कर दिया और जमकर बवाल काटा। यही स्थिति शहर में आसानंदपुर चौक एवं नयाबाजार चौक की रही। 

परीक्षा बहिष्कार के थे कई कारण
प्रदर्शनकारी तृतीय सेमेस्टर के छात्रों का कहना था कि पहली बार हमलोगों ने जनवरी में परीक्षा दी थी, उसे रद कर जुलाई में पुनर्परीक्षा ली गई। उसे भी सोशल मीडिया पर प्रश्न पत्र वायरल होने के आधार पर बिहार में रद कर दिया गया। अब तीसरी बार परीक्षा ली जा रही है। जबकि अन्य राज्यों में इस परीक्षा का रिजल्ट भी जारी कर दिया गया है। छात्रों ने कहा कि अधिकतर छात्र रेलवे ग्रुप डी की परीक्षा देने गए हैं। कुछ गरीब छात्र तीसरे सेमेस्टर की परीक्षा देकर अन्यत्र कमाने चले गए हैं। उक्त छात्रों का भविष्य अधर में चला जाएगा। इसके लिए छात्र शासन-प्रशासन को दोषी ठहराते हुए परीक्षा का बहिष्कार कर रहे थे।

बहिष्कार के बाद भी एक केंद्र पर हुई परीक्षा
परीक्षा बहिष्कार एवं उग्र आंदोलन के बाद भी जिले के झुनझुनवाला बालिका इंटर विद्यालय केंद्र पर प्रथम पाली में शांतिपूर्ण परीक्षा हुई। उक्त विद्यालय को 368 विद्यार्थियों के लिए परीक्षा केंद्र बनाया गया था। पर डरे सहमे मात्र 111 परीक्षार्थी परीक्षा में शरीक हो पाए।

द्वितीय पाली में परीक्षा देने नहीं आए छात्र
मंगलवार को द्वितीय पाली में इलेक्ट्रिशियन ट्रेड के सेकेंड सेमेस्टर के छात्रों का प्रथम पेपर ट्रेड थ्योरी की परीक्षा ढाई बजे से होनी थी, लेकिन किसी भी केंद्र पर कोई विद्यार्थी पुनर्परीक्षा देने उपस्थित नहीं हुए। इसकी पुष्टि विभिन्न केंद्राधीक्षकों ने भी की है।


इन स्कूलों में बनाया गया है परीक्षा केंद्र
जिला स्कूल - 431 परीक्षार्थी 
मारवाड़ी पाठशाला -  460 परीक्षार्थी 
राज. बा. इंटर वि. - 346 परीक्षार्थी 
मोक्षदा बा. इंटर वि. - 379 परीक्षार्थी 
झुनझुनवाला बा. वि. - 368 परीक्षार्थी 
उर्दू बा. वि. आसानंदपुर - 553 परीक्षार्थी 

आज इन विषयों की है परीक्षा
प्रथम पाली : सेकंड सेमेस्टर - तृतीय पेपर- इंजीनियङ्क्षरग ड्राइंग
द्वितीय पाली : चतुर्थ सेमेस्टर- प्रथम पेपर- ट्रेड थ्योरी

रोड जाम से स्कूली बच्चों को भी हुई परेशानी
आइटीआइ के विद्यार्थियों द्वारा पुनर्परीक्षा का बहिष्कार कर शहर में जगह-जगह सड़क जाम कर उग्र प्रदर्शन करने से स्कूली बच्चों सहित आम राहगिरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। सुबह नौ बजे से शुरू हुई प्रदर्शन दोपहर दो बजे तक चलती रही। इस दौरान प्रदर्शनकारियों को समझाने-बुझाने में पुलिस व प्रशासन के लोगों को भी काफी मशक्कत करनी पड़ी। स्थिति की नजाकत को देख उन्हें लाठी चार्ज कर बल प्रयोग भी करना पड़ा।


शहर में छात्रों का प्रदर्शन एवं सड़क जाम से करीब पांच घंटे तक अराजक स्थिति बनी रही। इस सूचना पर एहतियात बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए माउंट असीसि जूनियर सेक्शन सहित कई निजी विद्यालयों ने अभिभावकों को मोबाइल पर मैसेज देकर बच्चों को स्कूल से सुरक्षित घर ले जाने की सूचना दे दी। बावजूद इसके स्कूली बच्चों को घर पहुंचने में जाम से जूझना पड़ा। अभिभावक मेन चौक-चौराहों को छोड़ गली-कूची का सहारे देर से ही सही बच्चों को सुरक्षित घर लेकर पहुंचे।

कई मरीज बिना इलाज कराए लौटे घर
सदर अस्पताल के पास उग्र प्रदर्शन कर रहे छात्रों को देख कई पुरुष व महिला मरीज बिना इलाज कराए दबे पांव अपने घर लौट गए। कई मरीजो को इलाज के लिए ले जा रहे वाहनों को भी प्रदर्शनकारी छात्रों ने रोक रखा था। परिजनों के गुहार पर भी छात्र कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे।

अर्थी जुलूस निकाल किया प्रदर्शन
उग्र छात्र शहर में अर्थी जुलूस निकाल कर भी शासन-प्रशासन का विरोध कर रहे थे। प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना था, राज्य सरकार निकम्मी है। जिसका फलाफल हम छात्रों को भुगतना पड़ रहा है। यहीं वजह है कि सोशल मीडिया पर प्रश्न पत्र वायरल होने से सिर्फ बिहार की परीक्षा रद हो रही है।

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