श्रावण कृष्ण एकादशी पर डेढ़ लाख कावरिया गए बाबाधाम

श्रावण कृष्ण पक्ष एकादशी पर गुरुवार को करीब डेढ़ लाख कावरियों ने गंगा का पवित्र जल कावरों में लेकर मनोकामना ज्योतिर्लिंग बाबा बैद्यनाथ के जलाभिषेक के लिए पैदल प्रस्थान किया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 21 Jul 2017 02:06 AM (IST) Updated:Fri, 21 Jul 2017 02:06 AM (IST)
श्रावण कृष्ण एकादशी पर डेढ़ लाख कावरिया गए बाबाधाम
श्रावण कृष्ण एकादशी पर डेढ़ लाख कावरिया गए बाबाधाम

सुल्तानगंज । श्रावण कृष्ण पक्ष एकादशी पर गुरुवार को करीब डेढ़ लाख कावरियों ने गंगा का पवित्र जल कावरों में लेकर मनोकामना ज्योतिर्लिंग बाबा बैद्यनाथ के जलाभिषेक के लिए पैदल प्रस्थान किया। लगातार बढ़ती जा रही कावरियों की भीड़ में अब तीन चार दिनों से देश के विभिन्न राज्यों के अलावा पड़ोसी राष्ट्र नेपाल और भूटान के शिवभक्तों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। गुरुवार को गंगा घाटों पर फिसलन इस कदर बढ़ गई है कि बिना एक दूसरे का सहारा लिए स्नान के लिये गंगा में उतरना और वापस आना असंभव था। बैरिकेडिंग और सुरक्षा की अन्य व्यवस्था ठीक-ठाक है। लेकिन बड़ी समस्या घाटों तक पहुंचने की है। जानकारों का कहना है कि यदि बीच बीच में बालू के छिड़काव की व्यवस्था रहती तो कावरियों को काफी सुविधा होती।

उधर रेलवे ने स्टेशन पर कम से कम दो से तीन हजार कावरियों के सोने की व्यवस्था के लिए रौशनी, पंखा और पेयजल की सुविधा के साथ काफी पहले ही स्थायी मेला यात्री शेड बनाया है। बावज़ूद इसके हर रात करीब 10 हजार कावरियों को स्टेशन के विभिन्न प्लेटफामरें पर खुले आसमान के नीचे रात गुजारने की लाचारी है। क्योंकि बिहार सरकार ने पूरे मेला क्षेत्र में कहीं एक हजार कावरियों के सोने की सुविधा वाली कोई व्यवस्था नहीं की है। बरसाती मौसम में कावरियों के लिये बस बोल बम का नारा है बाबा एक सहारा है।

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