धूं-धूंकर जला रावण, जय श्रीराम से गूंजा कर्णगढ़ मैदान
नाथनगर के कर्णगढ़ मैदान में बुधवार को विजयदशमी की शाम साढे सात बजे धू-धू कर रावण का पुतला जल गया। 35 फीट ऊंचे रावण के पुतले में मेयर सीमा साह और पूर्व डिप्टी मेयर प्रीति शेखर ने आग लगाई। वहीं 22 फीट ऊंचे मेघनाथ और 25 फीट ऊंचे कुंभकरण के पुतले का भी दहन किया गया।
भागलपुर । नाथनगर के कर्णगढ़ मैदान में बुधवार को विजयदशमी की शाम साढे सात बजे धू-धू कर रावण का पुतला जल गया। 35 फीट ऊंचे रावण के पुतले में मेयर सीमा साह और पूर्व डिप्टी मेयर प्रीति शेखर ने आग लगाई। वहीं, 22 फीट ऊंचे मेघनाथ और 25 फीट ऊंचे कुंभकरण के पुतले का भी दहन किया गया।
मैदान में रामलीला के कलाकारों ने राम और रावण के बीच युद्ध का आकर्षक मंचन किया। रावण का वध करने के बाद जयश्री राम के नारे से कर्णगढ़ मैदान गूंज उठा। इस दौरान गोलदारपट्टी रामलीला समिति ने आतिशबाजी भी की। इसे देखने के लिए भाड़ी संख्या में शहर के अलावा नवगछिया, अकबरनगर, सुल्तानगंज, सबौर सहित नाथनगर के विभिन्न क्षेत्रों से लोग पहुंचे थे। रावण दहन के बाद यहा लगे मेले का भी श्रद्धालुओं ने जमकर आनंद लिया। इस दौरान जिला प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए थे।
मेयर सीमा साहा ने कहा कि यह त्योहार अधर्म पर धर्म के विजय का प्रतीक है। एसएसपी आशीष भारती ने भी लोगों को विजयदशमी की शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर सीटी एसपी सुशांत कुमार और डीएसपी राजवंश सिंह भी मौजूद थे।
इसके पूर्व समारोह का शुभारंभ मेयर, पूर्व डिप्टी मेयर, एसएसपी आदि ने संयुक्त रूप से किया। रामलीला कमेटी के दिलीप भगत,अमरनाथ भगत, ओम भगत, पूजा समिति के पप्पू यादव, भवेश यादव, अशोक राय, देवाशीष बनर्जी, अशोक राय आदि उपस्थित थे। इधर, साहेबगंज स्थित भैरवा तालाब परिसर में रावण दहन किया गया।
मेले में लजीज व्यंजन का आनंद :
कर्ण मैदान में 125 वर्षो से अधिक समय से रावण दहन और रामलीला होती है। झाल मुड़ी, जलेबी, गन्ने का रस, गोल-गप्पा, गुड़ झिलिया और शाही कचौड़ी मेले की विशेषता है।