Raksha Bandhan 2020 : विदेशी नहीं, स्वदेशी राखी की डोर से रिश्ते होंगे मजबूत, महिलाएं खुद बना रहीं राखियां

Raksha Bandhan 2020 भागलपुर में महिलाएं खुद से राखी बना रही है। विदेशी राखी का इस्‍तेमाल नहीं करने वाली बहनें यहां से राखी रखीदकर भारत को आत्‍मनिर्भर बना रहे हैं।

By Dilip ShuklaEdited By: Publish:Fri, 31 Jul 2020 08:59 AM (IST) Updated:Fri, 31 Jul 2020 08:59 AM (IST)
Raksha Bandhan 2020 : विदेशी नहीं, स्वदेशी राखी की डोर से रिश्ते होंगे मजबूत, महिलाएं खुद बना रहीं राखियां
Raksha Bandhan 2020 : विदेशी नहीं, स्वदेशी राखी की डोर से रिश्ते होंगे मजबूत, महिलाएं खुद बना रहीं राखियां

भागलपुर, जेएनएन। Raksha Bandhan 2020 :  भाई-बहन का अटूट पर्व रक्षाबंधन में चार दिन और है। इस बार यह पर्व खास होगा। भाइयों कलाई पर विदेशी नहीं स्वदेशी राखियां बंधेगी। शहर में मारवाड़ी समाज और अन्य महिलाएं खुद राखी बना रही हैं। इनकी राखियों की डिमांड भी खूब है। लोग खुद जाकर राखियां खरीद रहे हैं। घरों से चीन निर्मित राखी को निकाल दिया है और स्वदेशी राखियों को घरों व मोहल्लों तक पहुंचना शुरू कर दिया है। यह राखियां चीन की राखियों को ही नहीं बल्कि उसके कम दाम को भी टक्कर दे रही है। घरों में राखियां पारंपरिक व आसानी से मिलने वाले उत्पादों व वेस्ट वस्तुओं से तैयार की जा रही है। राखी बना रहीं नीलम अग्रवाल, सुनीता सराफ, खुशबू ड्रोलिया, ज्योति खेतान, मधु केजरीवाल, ज्योति सिंघानिया, संगीता मावंडिया, नीलम डालमिया, रानी, अनिता, लक्षमी और अन्य महिलाओं ने बताया कि ऐसे तो कई सालों से राखी घर में बना रही हूं। लेकिन, इस बार चीन से मनमुटाव के बाद कुछ अलग स्वेदशी राखियां तैयार हो रही है। घर में बनी राखियों की कीमत चीन के मुकाबले कम है और दिखने में खूबसूरत भी है। मोती, रेशम के धागे और स्वदेशी उत्पाद से राशियों को तैयार किया जा रहा है। लोग इन राखियों को पसंद कर रहे हैं।

ढाई करोड़ के पास राखी का कारोबार

रक्षाबंधन के मौके पर भागलपुर के बाजारों में राखी का कारोबार हर साल 2 से ढाई करोड़ का होता था। इस बार लॉकडाउन के कारण दुकाने अभी बंद है। राखी का बाजार नहीं चल सका है। ऐसे में घर में तैयार राखी ही बहन ने अपने भाइयों की कलाई पर बांधेगी।

एक करोड़ का राखी डंप है बाजार में

चीन से मनमुटाव के बाद इस बार भागलपुर में राखी नहीं मंगाई गई है। पिछले साल की जींस से मंगाई गई करीब एक करोड़ की राखी बाजार में डंप है। चाइना मार्केट के दुकानदार मु.चिराग, सनीम, मुकेश साह ने बताया कि एक करोड़ की चाइना राखी पड़ी हुई है। दुकान बंद है ऐसे भी इस बार चीन राखियों को को कोई पूछने वाला नहीं है।

इन इलाकों में होता था कारोबार

राखी का कारोबार शहर के खलीफाबाग चौक, वेरायटी चौक, सुजागंज, लोहा पट्टी, ततारपुर, बूढ़ानाथ रोड, भीखनपुर, तिलकामांझी, हटिया रोड, मुजाहिदपुर, अलीगंज, परबत्ती, नाथनगर और सबौर इलाके रक्षाबंधन के एक सप्ताह पहले से ही राखियों की बिक्री होती थी। इन इलाकों में दर्जनों दुकानें सजती थी। लेकिन, इस बार लॉकडाउन के कारण बाजार नहीं सज सका। हालांकि, कुछ इलाकों में इक्का-दुक्का राखियां रही है।

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