अब दारू से तौबा करेंगे शराबी, लत छुड़ाने को विशेष काउंसिलिंग

कारा मुख्यालय इसको लेकर मंथन कर रही है कि सूबे में शराब पर पूर्ण पाबंदी को देखते हुए ऐसे शराबियों की लत ही छुड़ा दी जाए। इसके लिए जेलों में शराबियों का विशेष वार्ड है।

By Dilip ShuklaEdited By: Publish:Tue, 31 Mar 2020 11:28 AM (IST) Updated:Tue, 31 Mar 2020 11:28 AM (IST)
अब दारू से तौबा करेंगे शराबी, लत छुड़ाने को विशेष काउंसिलिंग
अब दारू से तौबा करेंगे शराबी, लत छुड़ाने को विशेष काउंसिलिंग

भागलपुर [कौशल किशोर मिश्र]। दारू पीने वाले अपने यहां नहीं सही पूर्ण प्रतिबंध की वाट लगाते हुए झारखंड सीमा में जाकर पी ले रहे हैं। उनकी गिरफ्तारी। जेल जाना। जेल से छूटने के बाद फिर पीना। फिर पकड़ लिए जाने के सिलसिले पर नजर रख अब उनके इस गलत लत को छुड़ाने की सोची जा रही है। कारा मुख्यालय इसको लेकर मंथन कर रही है कि सूबे में शराब पर पूर्ण पाबंदी को देखते हुए ऐसे शराबियों की लत ही छुड़ा दी जाए। इसके लिए जेलों में शराबियों का विशेष वार्ड है। वहां उन्हें ही रखा जाता है। ऐसे व्यसनी को अलग वार्ड में रखने की व्यवस्था सूबे की सभी जेलों में है। ऐसे आदतन शराबियों की लत छुड़ाने के लिए विशेष काउंसलिंग टीम बनाने का फैसला लिया गया है। यह टीम भागलपुर की शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा, विशेष केंद्रीय कारा, पूर्णिया सेंट्रल जेल समेत सूबे की अन्य जेलों के लिए स्थानीय स्तर पर तैयार होनी है। काउंसिलिंग टीम में स्वयंसेवी संस्थाओं, डॉक्टरों और मनोचिकित्सकों और योग प्रशिक्षकों की भागीदारी होगी। जल्द ही योजना को मूर्त रूप देने की तैयारी है। ताकि शराबबंदी का व्यापक और कारगर असर हो सके।

मुख्यालय सूत्रों के अनुसार जांच के क्रम में यह बात सामने आई है कि शराबी जमानत पर मुक्त होने के बाद फिर शराब पीते पकड़े जा रहे हैं और जेल लौट रहे हैं। फिर उनके अपने उनकी जमानत करा ले रहे हैं। कुछ समय तक जेल में रहने के बाद उन्हें जमानत मिल जा रही है। सबकुछ ठीक रहा तो जल्द ही सूबे की जेलों में शराबियों को शराब की लत छुड़ाने को विशेष काउंसलिंग टीम गठित हो जाएगी। जो चंद घंटे अपनी निगरानी में उन्हें शराब से निजात दिलाने के टिप्स देंगे। कारा मुख्यालय का यह प्रयोग सफल रहा तो नि:संदेह इसके दूरगामी परिणाम होंगे।

वर्ष 2016, 17 में दर्ज 15 मुकदमों में 16 शराबियों को मिली सजा

उत्पाद विभाग और पुलिस की ओर से जिले के विभिन्न थानों में 2016-17 में दर्ज कराए सैकड़ों मुकदमों में 15 में 2019 में फैसला आया। न्यायालय ने 16 अभियुक्तों को सजा सुनाई और जुर्माना लगा चुकी है। वर्ष 2020 में अबतक शराब के नशे में पकड़े गए लोगों की तादाद तीन महीने में सौ का आंकड़ा पार कर चुका है। गिरफ्तारियां वर्ष 2016, 17, 18 में ग्रामीण क्षेत्रों से ज्यादा हुई जिनमें पीरपैंती, कहलगांव, सनोखर, सन्हौला, गोराडीह, जगदीशपुर, शाहकुंड शामिल हैं। वर्ष 2019-2020 में ऐसी गिरफ्तारियां शहरी थाना क्षेत्रों से अधिक सामने आई है।

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