गंगा घाटों पर मंजूषा विसर्जन को उमड़े श्रद्धालु

सब हेड :- चंपा नदी घाट पर दोपहर से ही श्रद्धालुओं का जारी रहा आने-जाने का सिलसिला कैचवर्ड : आस्था -विभिन्न मनसा मंदिरों के करीब एक लाख श्रद्धालु मंजूषा विसर्जन शोभा यात्रा में शामिल हुए - परबती, शाहकुंड और दियारा क्षेत्र के अलावा शहरी क्षेत्र के श्रद्धालुओं के आने-जाने का सिलसिला जारी रहा ----------------------- जागरण संवाददाता,

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 Aug 2018 12:18 AM (IST) Updated:Sun, 19 Aug 2018 12:18 AM (IST)
गंगा घाटों पर मंजूषा विसर्जन को उमड़े श्रद्धालु
गंगा घाटों पर मंजूषा विसर्जन को उमड़े श्रद्धालु

भागलपुर। सती बिहुला, बाला लखेंद्र की प्रतिमा, नाग कलश और मंजूषा को शनिवार को चंपा नदी, बूढ़ानाथ घाट, बरारी सीढ़ी तथा पुल घाट पर विसर्जित कर दिया गया। यह सिलसिला देर रात तक चलता रहा। विभिन्न मनसा मंदिरों के करीब एक लाख श्रद्धालु मंजूषा विसर्जन शोभा यात्रा में शामिल हुए। चंपा नदी घाट पर दोपहर से ही परबती, शाहकुंड और दियारा क्षेत्र के अलावा शहरी क्षेत्र के श्रद्धालुओं के आने-जाने का सिलसिला जारी रहा। शाम ढलते ही विषहरी मंदिरों में भीड़ इस कदर उमड़ी कि सड़कों पर जाम की स्थिति बन गई। यह नजारा चंपा पुल घाट, बड़ी ठाकुरबाड़ी घाट, आदमपुर और मुसहरी घाट पर भी रहा। चंपा पुल पर वाहनों के परिचालन से अफरा-तफरी की स्थिति बनी रही। श्रद्धालुओं को विसर्जन घाट तक पहुंचने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।

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मेले का आयोजन

चंपा पुल घाट पर मेले का आयोजन किया गया था। महिलाओं और बच्चों ने देर रात तक मेले का आनंद लिया। वहीं चंपानगर मनसा मंदिर में भी लोगों ने मेले का भरपूर आनंद लिया। देवा दर्शन कर बच्चों व युवकों ने अपनी जरूरत के अनुसार खरीदारी की।

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आशीर्वाद लेने को लगा तांता

परंपरागत तरीके से भगत के साथ मंजुषा विसर्जन जुलूस गंगा नदी की ओर रवाना हुआ। देवी मनसा के भक्त सड़क पर झूमते और हाथों में धूप की थाल लिए विसर्जन मार्ग की ओर दौड़ लगा रहे थे। देवी की आस्था व भक्ति में लीन भगत के साथ श्रद्धालुओं की टोली उन्हें संभाल रही थी। जगह-जगह श्रद्धालु अपने और परिवार की सलामती के लिए भगत से आशीर्वाद मांग रहे थे। यह सिलसिला गंगा घाट तक चलता रहा। मंजूषा और नाग कलश का विसर्जन करने के बाद भगत स्नान कर अपने-अपने विषहरी मंदिर लौट गए।

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पुल पर यातायात व्यवस्था ध्वस्त

विसर्जन मार्ग पर श्रद्धालुओं की भीड़ के आगे यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो गई। श्रद्धालुओं की भीड़ और वाहनों के दबाव से चंपापुल पर अफरा-तफरी की स्थिति मची रही। जाम में एम्बुलेंस भी काफी देर तक फंसे रहे। यातायात को नियंत्रित करने में पुलिस असमर्थ दिखी। करीब दो घंटे के बाद जाम हटाया जा सका। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए नाथनगर पुलिस को चंपा पुल पर वाहनों का आवागमन रोकना पड़ा।

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पुलिस और शांति दूत थे मुस्तैद

मेले में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए शांति दूतों की अहम भूमिका रही। विसर्जन घाटों पर एसडीआरएफ की तैनाती की गई थी। सुरक्षा को लेकर विभिन्न चौक-चौराहों और विसर्जन मार्ग पर पुलिस बल के साथ दंडाधिकारी को प्रतिनियुक्त किया गया था। चपंानगर मनसा मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी। मेला परिसर में रैफ को तैनात किया गया था।

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देवी मनसा के दर्शन को उमड़े श्रद्धालु

चंपानगर स्थित मनसा मंदिर में मनसा की पूजा शुक्रवार को दूसरे दिन भी हुई। मंदिर में डलिया चढ़ाने के लिए काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना कर देवी मनसा से मन्नतें मांगी। इस अवसर पर देवी मनसा के जयकारे से मंदिर परिसर गूंज उठा।

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