Madhapura CoronaVirus News : 20 % लोग अब भी नहीं पहन रहे मास्‍क, मंदिरों में पूजा के लिए लग रही भीड़

Madhapura CoronaVirus News बिहार में कोरोन संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। लेकिन इसके बाद भी लोग लापवाही बरत रहे हैं। अभी भी करीब 20 फीसद लोग मास्‍क नहीं लगा रहे हैं। इससे कोरोना संक्रमण का खतरा और बढ़ जाता है।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 08:34 AM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 08:34 AM (IST)
Madhapura CoronaVirus News : 20 % लोग अब भी नहीं पहन रहे मास्‍क, मंदिरों में पूजा के लिए लग रही भीड़
Madhapura CoronaVirus News : बिहार में कोरोन संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।

संवाद सूत्र, मधेपुरा। हम अब भी कोरोना के इस बड़े खतरे को गंभीरता से नही ले रहे। कोरोना की दूसरी लहर का संक्रमण बड़ा खतरनाक है। फिर भी लोग लापरवाही छोड़ नही रहे है। जबकि बीते साल की तुलना में इस बार सभी को पता है कि कोरोना संक्रमण से बचने को क्या करना है। लोगों को खुद की, परिवार की एवं समाज की सुरक्षा के लिए मास्क पहनने को कहा जा रहा है। लेकिन बिना प्रशासनिक कड़ाई के लोग मास्क तक नही पहनना चाह रहे। लगातार चेकिंग अभियान व जुर्माना के बाद भी अभी 80 प्रतिशत लोग ही मास्क पहन रहे है। उसपर कई तरह की लापरवाही सामने आ रही है। चौसा के बाबा विशु राउत स्थान पर मंदिर व दुकाने बंद रहने के बावजूद काफी संख्या में लोग पूजा करने को पहुंच जा रहे है। एक साथ इतने लोगों के जमावड़े से कोरोना संक्रमण खतरा काफी बढ़ जाता है।

धूम धाम से किया गया अंतिम संस्कार

गम्हरिया प्रखंड क्षेत्र के एक कोरोना पॉजिटिव वृद्ध की मृत्यु कुछ दिन पहले इलाज के दौरान मेडिकल कॉलेज में हो गयी। न तो प्रशासन स्तर पर और न ही परिजनों के द्वारा अंतिम संस्कार में कोविड प्रोटोकाल का पालन किया गया। परिजनों ने भी ग्रामीणों को कोरोना के कारण मौत होने की बात नही बतायी। बाद में जब अंतिम संस्कार में शामिल हुए लोगों की कोरोना जांच कराई गई तो उसमें से छह लोगों की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आई। यह भी संभव था कि और भी काफी संख्या में लोग संक्रमित हो सकते थे। इस तरह की लापरवाही काफी खरतनाक हो सकती है। ऐसे लापरवाही के कारण ही कोरोना संक्रमण काफी तेजी से फैल रही है।

रिपोर्ट मिलने में हो रहा विलंब

कोरोना की सबसे बेहतर मानी जाने वाली आरटीपीसीआर जांच की रिपोर्ट में काफी विलंब लग रहा है। काफी संख्या में रिपोर्ट पेंङ्क्षडग है। दावे तो 48 घंटे के भीतर रिपोर्ट देने की की जाती है। लेकिन लोगों को रिपोर्ट मिलने में चार से छह दिन तक का समय लग जा रहा है। इस बीच या तो संक्रमित मारिज की हालत बिगड़ती है। या फिर वो कोरोना स्प्रेडर का काम करते रहते है। जांच रिपोर्ट नही आने तक लोग खुद को क्वारंटाइन करके नही रखते है।

खुद भी पहने और बिना पहने लोगों से करें परहेज

मास्क तो खुद पहने ही और दूसरों को भी प्रेरित करें। अगर आप मास्क पहने है और आपके सामने वाला व्यक्ति मास्क नही पहने हुए है तो संक्रमण का खतरा बना रहता है। जिला प्रशासन लगातार मास्क चेङ्क्षकग अभियान चला रही है। कई दुकानों को भी सील किया जा चुका है। दुकानों में दुकानदार, कर्मचारी अथवा ग्राहक के मास्क नही पहने रहने की स्थिति में दुकान को सील किये जाने का प्रावधान है। जिले में अब तक प्रशासन द्वारा 11 दुकानों को सील किया जा चुका है।

एक अप्रैल के बाद तेजी से बढ़ रहा संक्रमण

कोरोना की दूसरी लहर में एक अप्रैल के बाद से संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है। एक मार्च से लेकर 31 मार्च तक कोरोना संक्रमण की रफ्तार धीमी रही। लेकिन अप्रैल आते ही यह ग्राफ यकायक काफी तेजी से ऊपर की तरफ भागने लगा। कोरोना का यह संकट बहुत भारी सभी लोगों के मास्क पहनने से संक्रमण का खतरा काफी कम हो जाता है। लेकिन लगातार मास्क चेङ्क्षकग अभियान चलाए जाने,जुर्माना करने के वावजूद अभी भी 80 प्रतिशत लोग ही मास्क पहन रहे है। मास्क नही पहनने वाले से जुर्माना लेना सिर्फ मकसद नही है। लोगों को यह समझना चाहिए कि सब उन्ही को कोरोना से बचाने के लिये किया जा रहा है। दुकानदारों सभी अपील है कि वो खुद मास्क पहने,कर्मचारी को पहनाए एवं बिना मास्क वाले ग्राहक को आने नही दें। ऐसा नही करने की स्थिति मे दुकान को सात दिनों के लिए सील कर दिया जाएगा।

योगेंद्र कुमार, एसपी,मधेपुरा

एक दिन में 90 केस मिलना काफी गंभीर स्थिति का संकेत है। जिला प्रशासन अपने स्तर से हर संभव कोशिश कर रही है। लेकिन आमलोगों को भी इस बड़ी विपदा के समय अपनी सहभागिता देनी पड़ेगी। घरों से अभी बाहर वेवजह नही निकले। दूसरी लहर काफी विकराल रूप ले चुका है। सभी लोगों से अपील है कि वो मास्क जरूर पहनें। गम्हरिया में कोरोना संक्रमित मरीज के मौत के बाद कोविड प्रोटोकॉल का पालन नही किये जाने के मामले में संबंधित कई अधिकारियों को फटकार लगाई गई है। मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक को कोरोना संक्रमित के मौत के बाद स्थानीय प्रशासन को जानकारी देने एवं शव को कोविड प्रोटोकॉल के साथ भेजने का कड़ा निर्देश दिया गया है। श्याम बिहारी मीणा, डीएम,मधेपुरा  

chat bot
आपका साथी