भारतीय रेल IRCTC : जमालपुर-किऊल रेलखंड के यात्रियों को नई ट्रेन की सौगात, टाटा जाना हुआ आसान

भारतीय रेल IRCTC जमालपुर-किऊल रेलखंड के यात्रियों को बड़ी सुविधा मिली है। यह रेलखंड पर एक नई ट्रेन चलेगी। यह ट्रेन टाटा के लिए है। इससे पहले यात्रियों को सीधे टाटा जाने में काफी परेशानी होती थी।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Thu, 08 Sep 2022 06:01 PM (IST) Updated:Thu, 08 Sep 2022 06:01 PM (IST)
भारतीय रेल IRCTC : जमालपुर-किऊल रेलखंड के यात्रियों को नई ट्रेन की सौगात, टाटा जाना हुआ आसान
भारतीय रेल IRCTC : जमालपुर-किऊल रेलखंड पर नई ट्रेन।

संवाद सूत्र, पीरीबाजार (लखीसराय)। जमालपुर-किऊल रेलखंड के यात्रियों को बहुत जल्द टाटा जाने के लिए एक नई ट्रेन की सौगात मिलने वाली है। उक्त ट्रेन का परिचालन अगले महीने अक्टूबर से होने की संभावना है। ये जानकारी पूर्व जिला पार्षद सह नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सदस्य आशुतोष कुमार ने दी है। उन्होंने बताया कि क्षेत्रीय सांसद सह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन स‍िंह उर्फ ललन स‍िंह के प्रयास से उक्त ट्रेन मिलने वाली है। पिछले माह रेल मंत्री अश्विन वैष्णव से मिलकर उन्होंने क्षेत्रीय सांसद के संदेश से उन्हें अवगत कराया था। रेल मंत्री ने अमल करते हुए नई ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है।

यह ट्रेन गोड्डा से टाटानगर के बीच साप्ताहिक चलेगी। ट्रेन टाटानगर से सोमवार को एक बजकर 40 मिनट में चलकर मंगलवार सुबह सात बजकर 20 मिनट में गोड्डा पहुंचेगी। मंगलवार को गोड्डा से 12 बजकर 40 मिनट में चलकर टाटा बुधवार की सुबह छह बजकर 45 मिनट पर पहुंचेगी। इस ट्रेन का परिचालन शुरू होने के बाद गोड्डा से भागलपुर, किऊल, धनबाद के रास्ते टाटा के लिए सीधी ट्रेन मिल जाएगी। इसका लाभ जमालपुर-किऊल रेलखंड के यात्रियों को भी मिलेगा। इस ट्रेन का मुरी, बोकारो स्टील सिटी, चितरंजन, विद्यासागर, जामताड़ा, मधुपुर, जसीडीह जंक्शन, किऊल, अभयपुर, जमालपुर, बरियारपुर, भागलपुर, साहेबगंज, बराहाट, मंदारहिल, हसडीहा, पोरियहाट आदि जगहों पर व्यवसायिक ठहराव दिया गया है।

रेलवे बोर्ड ने पत्र भेजकर इंजन में टायलट के लिए मांगा सुझाव

 रेल इंजन में टायलेट की सुविधा को लेकर रेलवे बोर्ड ने पत्र भेजा है। पत्र में ट्रेनों के महिला-पुरुष लोको पायलट व सहायक पायलट से मंतव्य-सुझाव मांगा है। इसको लेकर लेकर कवायद शुरू हो गई है। यहां के लोको पायलट और सहायक लोको पायलट मेल और लिखित रूप से सुझाव देंगे। दरअसल, लोको पायलट के स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहा रेल इंजन शीर्षक से 21 अगस्त को दैनिक जागरण में खबर प्रकाशित हुई थी। खबर प्रकाशित होने के बाद रेलवे बोर्ड ने संज्ञान लिया। मालदा रेल मंडल के मालदा, साहिबगंज, भागलपुर और जमालपुर में लोको रङ्क्षनग रूम है। यहां लोको पायलटों का अदला-बदली होता है। 185 से लोको पायलट सिर्फ जमालपुर में हैं। रेल मंडल में लगभग 1500 लोको पायलट है। इंजन में शौचालय की सुविधा नहीं होने पर यहां कार्यरत लोको पायलट में बीमार पड़ रहे थे। लीवर, किडनी जैसी बीमारियों से त्रस्त थे। कई का इलाज जमालपुर रेलवे अस्पताल में चल रहा है। इसे लेकर आल इंडिया रनि‍ंग स्टाफ एसोसिएशन के अध्यक्ष एके पासवान व सचिव एचके मंडल ने रेलवे बोर्ड को पत्र लिखा था।

ट््िवटर, मेल और व्हाट््सएप भेज रहे सुझाव

जमालपुर के कुछ लोको पायलट ने सुझाव भी भेजा है। ट््िवटर, इमेल और व्हाट््सएप ग्रुप पर सुझाव दिया जा रहा है। भेजे गए एक सुझाव में लोको पायलट ने लिखा है शौचायलय की सुविधा देना 00 प्रतिशत जरूरी है। इसे जल्द से जल्द अमलीजामा पहनाने की जरूरत है। आल इंडिया लोको रङ्क्षनग स्टाफ एसोसिएशन के सचिव हरिमोहन कुमार मंडल ने कहा कि रेल इंजन में महिला-पुरुष लोको पायलट के लिए शौचालय की उत्तम व्यवस्था होनी चाहिए। लगातार एसोसिएशन इस मामले को उठाया है।

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